पालमपुर ! उत्तराखंड के चमोली जिले में आए जल प्रलय में हिमाचल के लापता 10 युवकों में से कांगड़ा जिले का राकेश कपूर का शव रविवार को बरामद हुआ था। सोमवार शाम को उनका पार्थिव शरीर उत्तराखंड से उनके गांव पहुंचा। राकेश के शव के गांव पहुंचते ही कोहराम मच गया। 33 साल के राकेश ऋषिगंगा प्रोजेक्ट में प्रोजेक्ट मैनेजर थे। कांगड़ा जिले के उपमंडल पालमपुर की नच्छीर पंचायत निवासी प्रोजेक्ट मैनेजर राकेश कपूर का शव सोमवार शाम को घर पहुंचा और इस दौरान आंगन में शव को देखकर उनकी पत्नी अनीता बेहोश हो गई। बाद में राकेश के छोटे भाई संतोष कपूर ने राकेश को मुखाग्नि दी। शव से मिले आधार कार्ड से राकेश की पहचान हुई थी।
राकेश की माता और पत्नी अनीता का रो-रोकर बुरा हाल था। पत्नी ने दुल्हन की तरह सजकर पति को अंतिम विदाई दी। अंतिम यात्रा में पालमपुर के विधायक आशीष बुटेल, वूल फेडरेशन के चेयरमैन त्रिलोक कपूर, प्रशासन की ओर से तहसीलदार वेद प्रकाश अग्निहोत्री, पंचायत प्रधान ऊमा देवी, समेत अन्य कई लोगों ने श्रद्धांजलि अर्पित की।राकेश के पिता का देहांत हो चुका है और उनके पांच भाई हैं। परिवार में पत्नी व दो साल का बच्चा है। परिवार राकेश की सुरक्षा को लेकर चिंतित था। बंदला-नछीर में रहने वाले सगे-संबंधी उसकी कुशलता के लिए प्रार्थना कर रहे थे। वहीं, अब परिजनों की बेटे को जिंदा देखने और कुदरत का करिश्मा होने की आस भी टूट गई। ग्लेशियर टूटने के बाद आई भयंकर बाढ़ में हिमाचल प्रदेश के कुल नौ युवक अब भी लापता हैं। इनमें शिमला जिले के रामपुर की किन्नू पंचायत के पांच, शिंगला के दो और एक शख्स सिरमौर जिले के माजरा से है। इनके बारे में अब तक कोई जानकारी नहीं मिल पाई है। मंडी जिले के बल्ह का शख्स सुरंग से जिंदा बचा लिया गया था।