धर्मशाला ! कांगड़ा-चम्बा लोकसभा सीट के प्रभारी विपिन सिंह परमार ने धर्मशाला में पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि कांग्रेस पूरी तरह से बिखर चुकी है आलम यह है कि कांग्रेस से अपना कुनबा सभाला नहीं जा रहा, जिससे कांग्रेस पार्टी में चारों ओर बिखराव की स्थिति है। उन्होंने कहा कि राज्यसभा के लिए कांग्रेस के 6 विधायकों ने हर्ष महाजन का समर्थन किया और इनमें से ज्यादातर विधायक कांग्रेसी कार्यकारिणी में थे।
कांग्रेस में लंबे इतिहास के बावजूद भी इन विधायकों ने कांग्रेस की नीतियों से परेशान होकर भाजपा का दामन थामा। उन्होंने कांग्रेस सरकार पर आरोप लगाया कि बिना बहुमत के सरकार ने बजट सत्र में वित्तीय बजट पारित करवाया। उन्होंने कांग्रेस सरकार को आदि अधूरी लंगड़ी सरकार की संज्ञा दी।
विपन परमार ने कहा कि लोकसभा चुनाव से ठीक पहले बिना बजट प्रावधान के कांग्रेस सरकार को पूर्व प्रधानमंत्री के नाम पर महिलाओं को जो 1500 रूपये देने की घोषणा कर दी। उन्होंने इसे हिमाचल की जनता को गुमराह करें करने का तरीका बताया। परमार कहते हैं कि कांग्रेस सरकार विधायकों को बचाने के लिए कैबिनेट रैंक के पद रेवड़ियों की तरह बांट रही है।
उन्होंने कहा कि सचिवालय मित्रों के कैफे में बदल चुका है जो मित्रों से गपशप लगाकर समय व्यतीत करने के लिए उपयोग में लाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के बड़े-बड़े चेहरे चुनाव लड़ने से पीछे हट रहे हैं। कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत के सोशल मीडिया टिप्पणी की भर्त्सना करते हुए परमार ने कहा कि इस टिप्पणी से कांग्रेस की मानसिकता का पता चलता है कि वह हिमाचल और हिमाचल की महिलाओं का कितना सम्मान करते हैं। उन्होंने छह बागी विधायकों को भाजपा की ओर से टिकट मिलने पर बधाई दी तथा शुभकामनाएं भी प्रेषित की।