जंजैहली ! कोरोना के संकट काल में ग्रामीण लोगो जो भारी आर्थिक संकट से जूझ रहे है के लिए मनरेगा योजना संजीवनी साबित हो रही है । जिला मंडी के सराज विकास खंड में लौकडाउन के बाद सरकार से निर्देश प्राप्त होने पर मनरेगा में विकास खंड की 25 ग्राम पंचायतो में लोगो को रोजगार प्रदान करने हेतु 2445 मस्टरोल जारी किये गए। जिसमे 13593 लोगो ने काम कर 137014 कार्य दिवस अर्जित किए है । जिसमे दो करोड़पचासी लाख रुपए मजदूरी पर व 57.83 लाख सामग्री पर खर्च हुआ है ।
इस सीमित अवधि में इस विकास खंड में मनरेगा कार्यो पर तीन करोड़ तैतालिस लाख रुपए व्यय हुए है । ् कोरोना व लौकडाउन की स्थिति में ग्रामीण लोग जहाँं पर अपने आप को मायूस महसूस कर रहे थे । ऐसे समय में विकास खंड सराज के माध्यम से मनरेगा व अन्य विभिन मदों के विकास कार्यो में लोगो को रोजगार प्रदान कर उनकी की आर्थिकी को सहेजने का सराहनीय प्रयास किये है । खंड विकास अधिकारी सराज जगदीप सिंह कंवर ने लोगो से मनरेगा में अधिक से अधिक संख्या में काम की मांग की अपील की है तथा समस्त प्रधानो से जल्द ही समय .समय पर मनरेगा में लोगो को कार्य हेतु प्रोत्साहित करने का आह्वान किया है ।
सरकार के निर्देशानुसार 60 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के लोगो को भी इसमें कार्य दिया जाएगा । उन्होंने पंचायतो को यह भी निर्देश दिए है कि मनरेगा में लोगो के व्यक्तिगत कार्यो को प्राथमिकता प्रदान करे ताकि लोंगो को अपने कार्य के साथ अपने ही घर पर कार्य मिल सके और लोग इस विपदा की घड़ी से उबर सके । ग्राम पंचायतो में पंचवटी योजना के तहत पार्क इत्यादि की सम्भावनायें तलाशने हेतु भी पंचायतो को निर्देश दिए है ।
उन्होंने लोगो से किसी भी प्रकार की असुविधा हेतु पंचायत व विकास खंड कार्यालय से सम्पर्क करने का अनुरोध किया है । उन्होंने ग्रामीणों से यह भी अपील की है कि बेबजह अपने घरो से बाहर,सरकारी कार्यालयों में न जाए किसी भी प्रकार के प्रमाणपत्रों हेतु घर बैठे ही आवेदन करे ।