लाहौल ! सीमावर्ती इलाकों मे सडको का जाल बिछाने व विकट परिस्थितियों मे सडक का निमार्ण करने मे माहिर बीआरओ को अब मजदूरों की दिहाडी बढ़ने के बाद मज़दूर न मिलने की परेंशानी कम हो गई है। बी आर ओ ने पिछले साल से दिहाडी बढा दी थी, हालांकि इस साल कोरोना वायरस के चलते शुरू के दिनो मे ही बीआरओ को मजदूरों की कमी खलती रही ।अब मजदूरों को ठीक दिहाड़ी मिलने से काफी लोगों को भर्ती की गई है। बीआरओ तेज़ी से अटल सुरंग का निमार्ण कर रही है।
जबकि बीआरओ दीपक परियोजना सामरिक दृष्टि से अति महत्वपूर्ण लेह मनाली मार्ग तांदी संसारी मार्ग व दारचा मार्ग निमार्ण सहित अनेक पुलों के निमार्ण मे जुटी हुआ है! बीआरओ की इन दोनों परियोजनों में लगभग 4,000 मजदूर काम करते है। लगी बीआरओ के अधिकतर काम बंद हो जा रहे हैं । लागी मे बीआरओ को मजदूरों की अधिक जरूरत नही रहती है! लेकिन गर्मियों मे 4,000 मजदूर बीआरओ के साथ जुड़े हुए है। बीआरओ अप्रैल में मजदूरों को भर्ती करती है जबकि अक्तुबर में काम सिमटते ही अधिकतर मजदूर घर चले जाते है। अटल टनल का निमार्ण कार्य अतिंम चरण में चल रहा है व बीआरओ के मनाली लेह मार्ग को डबललेन बनाने का भी 90 प्रतिशत पूरी कर चुकी है!