मंडी ! कोरोना वायरस के ईलाज के नाम पर सोसल मीडिया पर हो रहे ग़लत प्रचार पर भी रोक लगाने की जरूरत है।सजाओपीपलु ज़िला परिषद वार्ड के सदस्य भूपेंद्र सिंह ने मांग की है कि ज़िला प्रशासन को अंधविश्वास फ़ैलाने वालों पर जल्द कार्यवाई करनी चाहिए क्योंकि कुछ लोग देवी देवताओं के नाम पर लोगों को भ्रमित करने और गुमराह करने में लगे हैं और कई तरह की अफवाहें फैला रहे हैं। पिछले दो दिनों से देव कमरूनाग जी के नाम पर ये मैसेज भेजने की होड़ लगी हुई है कि यदि कोई व्यक्ति रात दस बजे चाय पति पानी में उवाल कर पियेगा उसे कोरोना वायरस से बचाया जा सकता है।
इसी प्रकार कुछ लोग गाय मूत्र पीने और गोबर में नहाने औऱ दूसरे प्रकार के धूणी धागे पहनने को इस बीमारी से बचने का उपाये बता रहे हैं।इसी प्रकार कुछ लोग पुरणपंथी व दकियानुषी विचारों को फैला कर जनता को भृमित किया जा रहा है।जबकि पूरी दुनिया के वैज्ञानिक और स्वास्थय विशेषज्ञ और विश्व स्वास्थ्य संगठन अभी तक इस बीमारी के ईलाज की दवाई औऱ टीका तैयार नहीँ कर पाएं हैं।पूरी दुनिया में इस वायरस से बचने के लिए इसे एक महामारी व आपदा घोषित किया गया है।लेकिन हमारे यहाँ कुछ लोग देवीदेवताओं के प्रति लोगों की आस्था के नाम पर इस प्रकार का अंधविश्वास फैला रहे हैं और जनता को भृमित कर रहे हैं।जिससे इस बीमारी से बचाव के लिए सरकार व प्रशासन द्धारा किये जा रहे प्रयासों को धक्का लग रहा है।
इसलिये सरकार व प्रशासन को इस प्रकार की अफवाहों औऱ अवैज्ञानिक विचारों व संदेशों को रोकने के लिए भी एडवाईजरी व निर्देश जारी करने चाहिये।ताकि सरकार व प्रशासन द्धारा इस बीमारी को फैलने से रोकने के प्रयास सफ़ल हो सकें।भूपेंद्र सिंह ने ये भी कहा कि यह बिडंबना ही है कि दुनियां के देश विज्ञान व तकनीक के बल पर हररोज़ नये अविष्कार व खोजें कर रहे हैं लेकिन हमारे यहाँ पर कुछ पुराणपंथी लोग हर बीमारी का ईलाज गौ मूत्र को पीने को बताते है और देवी देवताओं के नाम पर कई तरह की अफवाहें सोसल मीडिया व अन्य माध्यमों से फैलाई जा रही है जिन पर सरकार को तुरन्त रोक लगनी चाहिए औऱ अफ़वाह फैलाने वालों के ख़िलाफ़ क़ानूनी कार्यवाई करनी चाहिए।