शिमला ! मार्च माह में हो रही मूसलाधार बारिश से जनजीवन अस्त व्यस्त गया है। शिमला ग्रामीण की तहसील सुन्नी में हुई मूसलाधार बारिश से कई क्षेत्रों में भारी क्षति पहुंची है। इस दौरान मकानों एवं खेत-खलिहानों को क्षति पहुंची तथा जगह-जगह सड़कों पर मलवा गिरने से सड़कों को नुकसान हुआ।
ग्राम पंचायत देवला ठैला के गांव चकयाणा के हेम प्रकाश शास्त्री का मकान भारी बारिश के कारण हुए भूस्खलन से पूरी तरह से ध्वस्त हो गया है। वहीं ग्राम पंचायत मझीवड़ के पूर्व प्रधान सीता राम पुत्र स्व दुनीचन्द का दो मंजिला कच्चा मकान भूस्खलन की चपेट में आने से क्षतिग्रस्त हो गया है। ग्राम पंचायत मझीवड़ के प्रधान प्रेम प्रकाश शर्मा ने बताया कि 70 वर्षीय सीताराम ठाकुर गरीब परिवार से संबंध रखते हैं तथा पक्षाघात के कारण चलने फिरने में असमर्थ है। भूस्खलन में उनके मकान के चार कमरों में से तीन कमरे नष्ट हो चुके हैं। फौरी राहत के तौर पर ग्राम पंचायत की ओर से तरपाल तथा प्रशासन की ओर से 5 हजार रुपए की मदद की गई है । उन्होंने बताया कि प्रशासन की ओर से एसडीएम शिमला ग्रामीण नीरज गुप्ता ने हर संभव सहायता प्रदान करने का आश्वासन दिया है।ग्राम पंचायत देवला ठैला के हेम प्रकाश शास्त्री के पुत्र महेश शर्मा ने बताया कि भूस्खलन में मकान के साथ उनकी अल्टो केटेन गाड़ी तथा खटनोल स्कूल के प्रधानाचार्य अशोक की वैगनआर गाड़ी तथा मकान में रखा लाखों रुपए का लाइट एंड साउंड का सामान पूरी तरह से ध्वस्त हो गया। उन्होंने बताया कि मकान में लाइट एंड साउंड का समान रखा रहता था तथा गाड़ी पार्किंग की जाती थी, शुक्रवार रात लगभग 10:00 बजे वह मकान में लाइट एंड साउंड का सामान रखकर चले गए थे। शनिवार सुबह लगभग 7:00 बजे जब गांव के लोग वहां से गुजरे तो उन्हें खबर मिली की मकान भूस्खलन की चपेट में आ गया है। गनीमत यह रही कि भूस्खलन के समय मकान में कोई नहीं था।
इसके अलावा बसन्तपुर-किंगल सड़क, स्वां-क्यार व कढारघाट से आगे नौटीखड्ड की तरफ भारी बारिश व भूस्खलन के कारण यातायात के लिए बंद पड़ी हुई है।