चम्बा ! चम्बा जिला एक ऐतिहासिक नगरी है इसमें कोई दो राय नहीं पर इस ऐतिहासिक शहर और उसी शहर में विराजमान सैकड़ों साल प्राचीन मंदिर, मंदिर प्रशासन और जिला प्रशासन की अनदेखी के चलते अब अंधेरों में डूबने को मजबूर है। हम बात कर रहे है चम्बा में स्थापित एक हजार साल से भी प्राचीन लक्ष्मीनारायण भगवान के अलौकिक मंदिर की। तो इस कांप्लेक्स में रात के अंधेरे को उजाले में बदलने वाली अधिकतर बिजली की लाइट्स खराब हो चुकी है, बाबजूद इसके काफी लंबा समय बीत जाने के बाद भी इन लाईट्स को सुधारने का किसी ने कोई प्रयास नहीं किया है।
बताते चले कि इस मंदिर कॉम्प्लेक्स में एक नही अपितु कई छोटे बड़े मंदिर चम्बा के राजाओं द्वारा बनाए गए है और इन मंदिरों को देखने अपने देश के ही नहीं अपितु दूसरे मुल्क के लोग भी आते है पर रात की आरती देखने को आने वाले श्रद्धालु इस अंधेरे में ठोकरे भी जरूर खाते है।
मंदिर के गर्भगृह को छोड़कर मंदिर के पुजारी आरती वाली लो से ही मंदिर की प्रक्रिमा करते हुए साफ साफ दिखाई दे रहे है। बताते चले की व्यवस्थाओं की कमी के चलते इस मंदिर कॉम्प्लेक्स में लगाई गई सभी लाइटे खराब पड़ी हुई है और रोजाना संध्या की आरती और भगवान के दर्शनों को आने वाले भग्त इन कमियों के कारण बेहद दुखी है।
इन श्रद्धालुओं का कहना है कि वह रोजाना मंदिर में आते है पर यहां पर करीब करीब सभी लाइटे खराब पड़ी हुई है,जिन्हे कोई भी ठीक नहीं करवाता है।
इन प्राचीन मंदिरों के इतिहास के बारे में यहां के पुजारी ने बताया कि यह मंदिर एक हजार साल पुराने है और इन सभी मंदिरों को राजा साहिल वर्मन ने बनवाया था। उन्होंने भी बताया कि काफी लंबे समय से इन मंदिरों के आसपास लगाई गई लाइटे खराब हो चुकी जिस कर्म यहां आने वाले श्रद्धालुओं को काफी दिकत्तो का सामना करना पड़ता है।
वही एसडीएम चम्बा अरुण शर्मा ने बताया कि वह बहुत जल्द इन मंदिरों में जाएंगे। उन्होंने विश्वास दिलाते हुए कहा कि मंदिर में किसी तरह की कोई कमी नही होगी ताकि बाहर से आने वाले लोग यहां से अच्छा संदेश लेकर जाए।