चम्बा ! गुरु नानक देव जी महाराज के सबसे बड़े पुत्र बाबा श्री चंद जी महाराज के प्रकाशोत्सव पर बहुत बड़ी झांकी निकाली गई। जिसमे सैकड़ों के हिसाब से महिलाओं और पुरषों ने शोभायात्रा में भाग लिया। फूलों से सुशोभित श्री चंद महाराज जी के साथ पांच प्यारे भी महाराज जी की पालकी के साथ चल रहे थे।
भजन कीर्तन करती महाराज जी की यह शोभायात्रा पूरे चम्बा शहर की परिक्रमा करते हुए फिर से महाराज जी के मंदिर में स्थापित कर दिया गया। आपको बता दे कि समूचे विश्व में श्री चंद जी का यह एक ही एकाकी गुरुद्वारा है जिसे चम्बा के राजाओं ने अपने समय काल में उस समय बनवाया था जब किसी भी बाहर के व्यक्ति का चम्बा में आना वर्जित था, परन्तु श्री चंद जी महाराज रावी नदी के समीप एक शिला में उड़कर ही चम्बा आ गए थे, वह शिला और महाराज जी का गुरुद्वारा आज भी उसी स्थल में माजूद है। जिसे सिख धर्म के लोगों के साथ हिंदू धर्म के लोग भी बहुत मानते है और उनके दरबार में जाकर रोजाना माथा भी टेकते है।