चम्बा ! पिछले दो सालों से देश की जनता कोरोना की मार को झेल रही है,और इस महामारी के चलते कई लोगों ने अपने घरों के चिराग को अपनी ही आंखो के सामने बुझते हुए भी देखा है पर,आज फिर से समूचे देश में कोरोना की तीसरी लहर आने ही वाली है,बाबजूद इसके चम्बा के मेडिकल कॉलेज में इन सब की अनदेखी की जा रही है। बताते चले कि एक तरफ प्रदेश सरकार कोरोना को रोकने के भरसक प्रयास किए जा रही है तो दूसरी तरफ चम्बा के इस मेडिकल कॉलेज के प्रसूति वार्ड में एक ही बिस्तर पर दो दो महिलाओं के साथ उनके नवजात शिशुओं को इकट्ठे सुलाया जा रहा है तो क्या इस स्तिथि में कोरोना नही फैल सकता है।
इस बारे में हस्पताल में दाखिल गर्भवती महिलाओं के साथ आए उनके तामीरदारों से पूछा तो उन्होंने कहा कि एक ही बैड पर एक साथ दो दो गर्भवती महिलाओं को सुलाया जाना बिल्कुल भी ठीक नहीं है इससे कोरोना संक्रमण फैलने का खतरा है। इन लोगो का कहना है कि वैसे तो होना यह चाहिए की एक बैड पर एक ही महिला को रखा जाना चाहिए।
हालंकि यह मामला गंभीर इसलिए भी है कि केंद्र और प्रदेश की सरकार ने अपने दिए आदेशों में यह सप्ष्ट कर दिया है कि कोरोना की तीसरी लहर बहुत जल्द आने वाली है और इसके लिए मास्क का पहनना, स्थाई दूरी बनाए रखना, और हाथों को साफ रखना बहुत ही जरूरी है। पर चम्बा के इस मेडिकल कॉलेज में तो यह साफ तौर से देखा जा सकता है कि एक बैड पर दो दो गर्भवती महिलाओं को एक ही बिस्तर में स्वास्थ्य विभाग लेटा रहा है।
इस बारे के जब मेडिकल कॉलेज के डिप्टी मेडिकल सुप्रीडेंट से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि हमारे यहां बैड की कमी है इसलिए हमे ऐसा करना पड़ा है।उन्होंने कहा कि प्रसूति वार्ड में जिन भी गर्भवती महिलाओं को एक साथ रखा गया है उनके कोरोना टेस्ट होने के बाद उनको एक साथ रखा गया है हालंकि बैड की कमी इस मेडिकल कॉलेज में है इसके लिए प्रदेश सरकार को बता दिया गया है।