चम्बा ! आज दिनांक कूंर हाइडल प्रोजेक्ट वर्कर यूनियन की बैठक हुई जिसकी अध्यक्षता यूनियन के अध्यक्ष अजीत कुमार ने की। बैठक में प्रोजक्ट में काम कर रहे कामगारों कि समस्याओं के बारे में गहन चर्चा की गई। इसी के साथ देश में केंद्र सरकार द्वारा लाए गए मजदूर विरोधी कानून के बारे में भी चर्चा की गई। बैठक में जिला सीटू सचिव सुदेश जिला अध्यक्ष नरेंद्र शामिल रहे। बैठक में 26 नवम्बर को होने वाली देशव्यापी हड़ताल के समर्थन में फैसला लिए गया।
इसके अतिरिक्त कंपनी प्रबंधन के रवेये पर भी रोष व्यक्त किया गया । यूनियन ने कंपनी प्रबंधन पर आरोप लगाया है कि कंपनी लंबे समय से मजदूरों की मांगों की अनदेखी कर रही है और मजदूरों का बड़े पैमाने पर शोषण कर रही है। यूनियन ने कहा कि यूनियन ने कहा कि कार्यस्थल पर उन्हें कोई भी सुरक्षा उपकरण व सुविधा मुहैया नहीं करवाई गई है। और ना ही कार्य स्थल पर उनका हाजिरी रजिस्टर हाजरी का रिकॉर्ड नहीं रखा जाता है। और ना ही हाजिरी काट दिए गए हैं।
कंपनी मनमाने तरीके से लोगों की हाजरी लगाती है वह वेतन वेतन में कटौती करती है। यूनियन ने इस संबंध में 26 तारीख को हड़ताल करने का फैसला लिया है। और मांग की है कि कार्यस्थल पर सुरक्षा उपकरण उपलब्ध करवाए जाएं आज रिकॉर्ड किए जाए। कार्यस्थल पर ड्यूटी कक्ष की मरम्मत की जाए। बोनस दिया जाए। अर्जित अवकाश वेतन सहित दिया जाए। सैलरी स्लिप दी जाए। कोरोना काल में 13 दिन का कटा हुआ वेतन दिया जाए।
अगर कंपनी समय पर कामगारों कि मांग को पूरा नहीं करती है तो मजबूरन संघर्ष का रास्ता अपनाना पड़ेगा। सिटू जिला सचिव सुदेश व अध्यक्ष नरेंद्र ने कहा कि सीआईटीयू जिला कमेटी यूनियन की मांगों का समर्थन करती है। उन्होंने कहा कि इन मांगों को श्रम विभाग में भी उठाया जाएगा। कंपनी प्रबंधन से भी मांग की कि मजदूरों कि मांगों को जल्द से जल्द पूरा करे।
उन्होंने मजदूरों से 26 नवंबर की मजदूर विरोधी नीतियों के खिलाफ देशव्यापी हड़ताल को सफल बनाएं। बेठक में परस राम ,कपिल,शशिपाल,संजय कुमार, निक्कू राम, प्रकाश चंद,महेंद्र,सुरेन्द्र,राकेश कुमार,सोनू राम निर्मल शामिल रहे।