चम्बा , 01 जुलाई [ शिवानी ] ! सदियों से चम्बा शहर के मध्य बहने वाली यह पावन रावी नदी आजकल अपने में ही आंसू बहाने को मजबूर है। बताते चले कि इस ऐतिहासिक रावी नदी के किनारे सभी जगह गंदगी के ढेर लगे पड़े हुए है और इतनी सारी गंदगी कुछ तो स्थानीय लोगों द्वारा फैलाई गई है तो कुछ चम्बा नगर पालिका के द्वारा।
धीरे धीरे गंदगी में तब्दील होती जा रही रावी नदी पर चिंता जतलाते हुए यहां के स्थानीय लोगों का कहना है कि चम्बा शहर से निकलने वाली सारी गंदगी को लोग पता नहीं कहां कहां से उठाकर ले आते है और यहां पर फेंक कर चले जाते है। उन्होंने इस पवित्र रावी नदी का व्याख्यान करते हुए बताया कि हर वर्ष मिंजर मेले के दौरान प्रदेश के मुख्यमंत्री इस मिंजर मेले में शिरकत करते है और मिंजर मेले के आखरी दिन मंजरी गार्डन में जाकर इस नदी की पूजा भी करते है।
इन लोगों का कहना है कि लोगों को जब हम यहां पर गंदगी न फैलाने बारे कहते है तो वह हम लोगों को डराते धमकाते है। यह लोग जिला प्रशासन से मांग कर रहे है कि नगरपालिका और इसके इलावा जो यहां के सथानीय लोग यहां आकर गंदगी फैलाते है उनपर रोक तो लगाई ही जाए साथ ही बाहर से आने वाले लोग जोकि रावी नदी के किनारे बिना किसी की इजाजत से अपना डेरा लगा लेते है और वह लोग भी इस गंदगी फैलाने में सबसे ज्यादा भागीदार है उनपर भी रोक लगाई जाए।