लाहौल ! जनजातीय जिला लाहौल के गाहर घाटी का प्रसिद्ध छेशु उत्सव आज शाशुर गोम्पा में धार्मिक उत्साह और हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। तकनीकी शिक्षा मंत्री डाक्टर रामलाल मारकंडे इस अवसर पर मुख्यातिथि के तौर पर उपस्थित रहे।
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श्रद्धालुओं ने दिन भर मुखोटा नृत्य का आनन्द लिया। कोठी गुमरंग के ठाकुर देवी चंद ने वर्ष 1860 में बरदांग गोम्पा के छम नर्तकी को बुला कर छम का शुभारंभ किया। महाकाल छेशु का मुख्य छम नृत्य है। छम बौद्वों में मंजू श्री के रूप का साधना अथवा राग द्वेष, मोह, ईर्ष्या तथा घृणा के नाश का प्रतीक माना जाता है। छम पुण्य के लिए भी किया जाता है।
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