शिमला ! हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव से पहले सियासत गर्म आती हुई नजर आ रही है। पक्ष-विपक्ष के बीच चल रही बयानबाजी की लड़ाई पोस्टर वॉर उतर आई है। ताज़ा मामला हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला के विक्ट्री टनल से सामने आया है. शिमला की व्यस्ततम सड़क पर हिमाचल प्रदेश के खस्ताहाल स्कूलों की तस्वीरों वाला पोस्टर लगाया गया है।
हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव से पहले आम आदमी पार्टी प्रदेश में शिक्षा और स्वास्थ्य व्यवस्था को मुद्दा बनाती आई है। भले ही पोस्टर देखकर इसे आम आदमी पार्टी से जुड़ा होने का अंदाजा लगाया जा रहा हो।
लेकिन इस पोस्टर को लगाने की जिम्मेवारी न तो किसी राजनीतिक पार्टी ने ली है और न ही किसी संगठन ने पोस्टर देखकर तो इसे सीधा-सीधा प्रदेश सरकार को घेरने की मंशा नजर आ रही है। हैरान कर देने वाली बात यह भी है कि रात के अंधेरे में शिमला की स्मार्ट पुलिस के नाक के नीचे किस तरह कोई शिमला की मुख्य चौक पर ऐसा पोस्टर लगा गया और पुलिस-प्रशासन को इसके बारे में जानकारी भी नहीं लग सकी।
वहीं पोस्टरो के मामले पर आम आदमी पार्टी और बीजेपी एक-दूसरे पर हमलावर नजर आ रही है जहां एक ओर आम आदमी पार्टी के प्रवक्ता गौरव शर्मा का कहना है कि लोग प्रदेश की शिक्षा और स्वास्थ्य की बदहाल व्यवस्था को लेकर जाग चुके हैं ।
और लोगों ने ही सरकार की आंखें खोलने के लिए पोस्टर लगाए हैं. तो वहीं दूसरी ओर भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश सह-मीडिया प्रभारी करन नंदा का कहना है कि हिमाचल प्रदेश में आम आदमी पार्टी की एंट्री के बाद से ही प्रदेश का माहौल खराब करने की कोशिश की जा रही है. पड़ोसी राज्य पंजाब में भी आम आदमी पार्टी ने माहौल खराब किया है और अब यहां भी माहौल खराब करने का काम किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि इसकी शिकायत नगर निगम को दी जाएगी, ताकि पोस्टर लगाने वालों के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की जा सके।