चम्बा ! सलूणी-कोरोना वायरस से बचाव के लिए लोगों को जागरूक करने के साथ साथ अब बाल विकास परियोजना विभाग सलूणी ने इस मुहिम में एक कदम आगे बढ़ते हुए एक कार्य शुरू कर दिया है। जिसमें आंगनबाड़ी कार्यकर्ता व विभाग द्वारा अपने बलबूते वह आपसी सहयोग से अपनी वर्दी के रंग का कपड़ा खरीदकर उसपर विभाग का मार्क लगाकर मास्क बनाकर लोगों को वितरित करेगा। इस अनूठी मुहिम को एस डी एम सलूणी किरन भड़ाना द्वारा शुभारंभ किया गया। इस मौके पर एसडीएम ने आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के द्वारा समाज हित में किए जा रहे इस कार्य को सराहते हुए कहा कि आज इस वैश्विक महामारी कोरोना काल में आंगनबाड़ी व आशा वर्कर ही अहम भूमिका है।
कोरोना महामारी को रोकने के लिए प्रदेश सरकार अपने स्तर पर तो बढ़चढ़ कर कार्य कर रही है पर वंही हर जिले में अपने कार्यकर्ताओं को भी इस मुहीम के साथ जोड़ने में अहम भूमिका निभाई है। इसको लेकर भाजपा महिला मोर्चा की जिला अध्यक्ष ने भी अपने क्षेत्र में लोगों को जागरूक भी किया वंही मास्क व सैनिटाइजर भी लोगों को बांटे। भाजपा महिला मोर्चा की जिला अध्यक्ष कांता ठाकुर ने कहा कि जिस तरह से कोरोना महामारी अपनी बाहें पसार रही है उसके लिए प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर और प्रदेश महिला मोर्चा की अध्यक्षा द्वारा यह आदेश दिए गए हैं कि लोगों को इसके लिए जागरूक किया जाए साथ ही मास्क व सैनिटाइजर भी वितरित किए जाएं ताकि लोगों को इस महामारी से बचाया जा सके। उन्होंने बताया कि इन सभी मास्क को महिलाओं द्वारा हाथ से बनाया गया हैं जिसका लोगों को काफी फायदा मिल सकता है।
इस मोके पर जिला बाल विकास अधिकारी ने बताया कि उपमंडल दण्डाअधिकारी सलूणी की अध्यक्षता में यह मास्क अभियान को शुरू किया गया है। जिसमे सभी मिल जुलकर काम करेंगे। उन्होंने बताया कि मास्क बनाने में जो कपडा लगेगा उसको हमने सभी के सहयोग से खरीदा है और आंगन बाड़ी महिलाओं के सहयोग से इन मास्क को बनाया गया है। उन्होंने बताया कि यह आंगनबाड़ी महिला वर्कर गांव गांव में जाकर लोगों को कोरोना के बारे में जागरूक भी करेंगी और जिन लोग ने मास्क को नहीं पहना होगा उनको यह मास्क भी पहनायेंगी।
इस मोके पर एसडीएम सलूणी किरण भड़ाना ने बताया कि कोरोना से लड़ने के लिए हमे तीन बातो का विशेष ध्यान रखना होगा तभी हम कोरोना से लड़ सकते है। उन्होंने कहा कि हमे यह बताते हुए दुःख हो रहा है कि देखने में आया है कि गांव में कई लोग मुँह को गमछे से और औरते अपने मुँह को दुपट्टे से ढकती है उन्होंने कहा कि शायद उनको लगता है कि अगर प्रशासन देखेगा तो ही मास्क को लगाया जाना चाहिए अन्यथा नहीं जोकि गलत है।
उन्होंने कहा कि ईसी को ध्यान में रखते हुए हमने बाल विकास के माध्यम से जितनी भी आंगनबाड़ी है उन सभी के सहयोग से उन सभी 219 आंगनबाड़ी केन्द्रो को इस काम के लिए लगा दिया है। और हमने उनसे रिक्वेस्ट की है कि सभी महिलाये मास्क को बनाये और लोगों को घर द्वार जाकर इन मास्क को दे। उन्होंने आंगनबाड़ी से जुडी सभी महिलाओं को बधाई दी है कि उन्होंने मास्क बनाने का जो काम किया है वह बहुत बढ़िया किया है।