शिमला ! कला को बचाने और हुनरमंद कलाकारों के हुनर को मंच दिलाने के मकसद से शिमला में भाषा एवं संस्कृति विभाग द्वारा राज्य संग्रहालय हिमाचल प्रदेश केे साथ मिलकर सात से 11 नवंबर तक पांच दिवसीय कला एवं शिल्प मेले का आयोजन किया जा रहा है। जिसमें शिल्पकारों के अलग-अलग उत्पाद प्रदर्शनी और बिक्री के लगाए गए हैं।
मेले का शुभारंभ निदेशक भाषा एवं संस्कृति विभाग केे निदेशक भाषा एवं संस्कृति विभाग द्वारा किया गया। मेले को देखने के लिए इस दौरान यूएसए के राजदूत जो हिमाचल दौरे पर हैं वह भी पहुंचे और प्रदर्शनी का अवलोकन किया व कलाकारों के उत्पादों की सराहना की।
इस मौके पर भाषा एवं संस्कृति विभाग के निदेशक सुनील शर्मा ने बताया कि शिल्पकारों को उनकी कला को जीवित रखने के लिए विभाग ने यह प्रयास किया है। इससे जहां शिल्पकला का संरक्षण होगा वही कलाकारों को रोजगार भी मुहैया होगा। प्रदर्शनी में शिल्पकारों द्वारा बांस और चीड़ की पत्तियों से बनाये गए पर्यावरण मित्र उत्पाद लगाए गए हैं। भारत गांव में बसता है शहर में आने के बाद भी लोग गाँव की चीज़ों को भूल नहीं पाते और गांव में बने उत्पादों को ढूढते है इसलिए प्रदर्शनी में वह उत्पाद लगाए गए हैं।