महात्मा गांधी की 151 वीं जयंती, 2 अक्टूबर 2020 को श्री अमिताभ अवस्थी, स्वास्थ्य सचिव, हिमाचल प्रदेश सरकार ने डी. के. कपिला, मुख्य महाप्रबंधक और डॉ. एस. के. के. मिश्रा, महाप्रबंधक, नाबार्ड की उपस्थिति में स्वच्छ भारत मिशन (SBM) के तहत स्वच्छता साक्षरता अभियान की शुरुआत की, जिसे हिमाचल प्रदेश राज्य में नाबार्ड द्वारा लागू किया जाएगा। इस अवसर पर राज्य के हर एक ज़िले से ग्रामीण वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से जुड़े रहे ।
श्री अवस्थी ने अभियान के शुभारंभ पर नाबार्ड को बधाई देते हुए, स्वच्छ भारत मिशन (SBM) के तहत एक खुले में शौच मुक्त (ओडीएफ) देश बनाने में भारत सरकार के समर्थन में नाबार्ड के प्रयासों की सराहना की। उन्होंने सामाजिक और व्यक्तिगत स्तर पर, विशेष रूप से कोविड-19 महामारी के दौरान, स्वच्छता बनाए रखने की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि नाबार्ड, जो अब WASH (जल, स्वच्छता और स्वच्छता) पर साक्षरता को बढ़ावा देने के लिए अखिल-भारतीय स्वच्छता साक्षरता अभियान शुरू किया है, वह निश्चित रूप से राज्य की ग्रामीण आबादी में व्यवहारिक बदलाव लाएगा।
श्री डी. के. कपिला, मुख्य महाप्रबंधक, नाबार्ड ने बताया कि स्वच्छ भारत मिशन (एसबीएम) के तहत, नाबार्ड, भारत सरकार के साथ निकटता से जुड़ा रहा है और भारत के 3.29 करोड़ घरेलू शौचालयों के निर्माण में जुड़ा रहा और कार्यक्रम WASH में भी भाग लेंगे। । इस प्रयास के परिणामस्वरूप, भारत अब खुले में शौच मुक्त (ओडीएफ) है और अब ओडीएफ + की ओर अग्रसर है, जहां मिशन का निर्वाह प्रमुख महत्व है। उन्होंने आगे बताया कि इस अभियान का उद्देश्य भावी लाभार्थियों द्वारा घरेलू शौचालयों के उपयोग को बढ़ावा देने वाले व्यवहारिक परिवर्तनों पर ध्यान केंद्रित करना है। इस अभियान के तहत देश भर में 2000 गांवों के लगभग एक लाख भावी लाभार्थी शामिल होंगे।
नाबार्ड द्वारा आज सहकारी बैंकों, आरआरबी / वाणिज्यिक बैंकों और एनबीएफसी के लिए रु 800.00 करोड़ की पुनर्वित्त सहायता उत्पाद भी शुरू किया गया । इस अवसर पर श्री अवस्थी द्वारा स्वच्छता साक्षरता अभियान के कुछ पोस्टरों और पर्चों का भी उद्घाटन किया गया।