चम्बा ! होली में सीटू व अन्य केंद्रीय ट्रेड यूनियन ने श्रम कानूनों के बदलाब के विरोध में प्रदर्शन किया। इस मौके पर केंद्र सरकार के मजदूर विरोधी व पूंजीपतियों के पक्ष में श्रम कानूनों में बदलाव का कड़ा विरोध करके नारेबाजी की गई।
इस मौके पर सीटू जिला महासचिव सुदेश ठाकुर ने कहा कि सरकार ने 44 श्रम कानूनों को बदल कर 4 श्रम संहिताओं में कर दिया है। इस बदलाव से कंपनियों को मजदूरों के शोषण की खुली छूट मिल जाएगी। सरकार ने मजदूरों की यूनियनों से बिना बातचीत किए ही इसे मंजूरी दी है।
जो सरकार के तानाशाही रवैये को दर्शाता है। कोरोना महामारी के चलते जहां देश में संकट पैदा हो गया है। लोगों का रोजगार चला गया है। लोग बेरोजगार हो गए, देश मे ऐसे संकट के चलते सरकार को जनता के हित के काम करने चाहिए थे। वहीं सरकार मजदूर किसानों के अधिकारों पर हमले कर रही है। सरकार के मजदूरों पर हमलों के खिलाफ बाजोली होली प्रोजेक्ट व कुठेड़ प्रोजेक्ट के मजदूरों ने गेट मीटिंग के बाद प्रदर्शन करके सरकार की मजदूर विरोधी नीतियों का जमकर विरोध किया।