बददी ! हिमाचल प्रदेश में बनी 11 जीवनरक्षक दवाओं के सैंपल हो गए हैं। केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन (सीडीएससीओ) ने इसको लेकर ड्रग अलर्ट जारी किया है। देशभर में कुल 35 दवाओं के सैंपल फेल हुए हैं। सीडीएससीओ ने देश में कुल 808 दवाओं के सैंपल की जांच की थी, जिसमें से 773 सैंपल मानकों पर खरे उतरे हैं, जबकि 35 दवाओं के सैंपल फेल हो गए हैं। इनमें अधिकांश दवाएं बीपी/हाइपरटेंशन, एंटी बॉयोटिक, बुखार, गैस, कैल्शियम, एंटी एलर्जी, ताकत व उल्टी आदि के अलावा सैनिटाइजर भी शामिल हैं।
जानकारी के मुताबिक हिमाचल प्रदेश के अलावा उत्तराखंड की 7, दिल्ली की 6 व पंजाब की 3 दवाओं के अलावा कर्नाटक, कोलकाता, तेलंगाना, उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र व गुजरात में बनी दवाओं के भी सैंपल फेल हुए हैं। इसी तरह चीन में बनी एक दवा का सैंपल जांच में फेल हुआ है। प्रदेश में बनी दवाओं के इतनी बड़ी संख्या में सैंपल फेल होने के कारण प्रदेश की दवा निर्माता कंपनियों पर फिर से सवाल उठे हैं। बीबीएन के 9 तथा जिला सिरमौर व ऊना के एक-एक उद्योग की दवाओं के सैंपल फेल हुए हैं। ड्रग विभाग ने ऐसे सभी दवा उद्योगों को नोटिस जारी करने की तैयारी कर ली है जिनकी दवाएं मानकों पर खरी नहीं उतरी हैं। इन सभी दवाओं के स्टॉक को बाजार से वापस बुलाया जाएगा, जिनकी दवाओं के सैंपल फेल हुए हैं।