उन्होंने बताया कि इस उपलक्ष में मलेरिया रोग के बारे में हैड बील बनाकर, कोविड-19 के कार्य के साथ-साथ स्वास्थ्य कर्मियों व आशा कार्यकर्ताओं ने घर-घर के दौरे के दौरान जागरुकता के उद्देश्य से बांट रहे है। उन्होंने बताया कि कोरोना वायरस की बजह से लोग इकटठे नहीं किए जा सकते इसिलिए सरकार के आदेशों के अनुसार लोगों को पिं्रटिड मेटिरियल व प्रेस के माध्यम से जागरुक किया जाए। उन्होंने बताया कि मलेरिया एक तेज बुखार वाली बीमारी है जो एक सूक्ष्म जीव मलेरिया पैरासाईट द्वारा होती है जिसे एनाफ्लीज मादा मच्छर एक मलेरिया रोगी से ग्रहण करके अन्य स्वस्थ
व्यक्तियों तक पहुंचाती है। मलेरिया का संक्रमण किसी भी आयु एंव लिंग के व्यक्ति को हो सकता है।
उन्होंने मलेरिया के लक्षणों की जानकारी देते हुए बताया कि मलेरिया की तीन अवस्थाएं जिसमें शीत वाली अवस्था में तेज सर्दी, शरीर में कंपकंपी और सिर मे दर्द तथा खूब कपड़े ओढ़ना, गर्मी वाली अवस्था में तेज बुखार, ओढ़े व पहने हुए कपड़े उतार फैंकना, पसीने वाली अवस्था में अधिक पसीने के साथ बुखार उतरना व कमजोरी महसूस होती है।
उन्होंने बताया कि कोई भी बुखार मलेरिया हो सकता है। किसी भी सरकारी अस्पताल, स्वास्थ्य उपकेन्द्र या स्वास्थ्य कार्यकर्ता के द्वारा जांच कर मलेरिया की पुष्टि होने पर मूल उपचार मूफ्त दिया जाता है।