करसोग ! उपमंडल के करसोग में बाहरी राज्यों के व्यक्तियों के लिऐ दो क्वॉरेंटाइन सेंटर बना दिए गए हैं, करसोग प्रशासन ने सरकारी स्कूल करसोग, नागरिक चिकित्सालय करसोग व पंचायत समिति करसोग में 60 व्यक्तियों के लिए क्वॉरेंटाइन रूम बना दिए गए हैं ।एसडीएम सुरेंद्र ठाकुर का कहना है कि बाहर से आए इन परदेशियों से संक्रमण फैलने का खतरा ज्यादा है। यदि किसी ने घर-परिवार से प्रेम दिखाने के चक्कर में क्वारंटाइन सेंटर से बाहर निकलने का प्रयास किया तो सीधे संगीन धाराओं में एफआईआर दर्ज कर जेल भेज दिया जाएगा। और कहा कि परदेश से लौटने वालों को 28 दिन तक अपनों से नहीं मिलने दिया जाएगा। इसके लिए करसोग प्रशासन ने गांवों के स्कूलों व पंचायत भवनों सहित अन्य सरकारी बिल्डिंगों को कब्जे में ले लिया है। परदेशियों को यहीं पर रखा जाएगा। यहां पर भोजन-पानी आदि का इंतजाम कर दिया गया है। किसी ने घर जाने की कोशिश भी की तो एफआईआर दर्ज करा दी जाएगी ।
इसके पीछे मंशा यह है कि 28 दिनों तक उनको गाँव से बाहर स्थित स्कूल या सरकारी इमारतों में रखकर उनकी सेहत पर नजर रखी जाएगी। यदि इस बीच किसी में कोरोना वायरस के लक्षण नजर आते हैं तो उसकी जांच और इलाज की व्यवस्था की जाएगी ताकि उनसे किसी और तक यह वायरस न पहुंचने पाए। मुख्य चिकित्सा खंड अधिकारी डा. राकेश प्रताप का कहना है कि दूसरे राज्यों से लोगों के पलायन को देखते हुए सरकारी आदेश पर बाहर से गांव आने वालों की स्क्रीनिंग की जाएगी और उन्हें 28 दिनों तक क्वेरेनटाइन (घर परिवार से अलग) में रहने को कहा जाएगा ताकि कोविड 19 को जड़ से खत्म किया जाए । इनका कहना है कि करसोग उपमंडल में 130 टीमें घर द्वार तक लोगों के जांच पड़ताल के लिए जाएगी इसकी अवधि कल 3 अप्रैल से 8 अप्रैल की कोरोना वायरस से संबंधित जानकारी दी जाएगी जिनमें यह लक्षण पाए जाएंगे उनको उनको स्वास्थ्य केंद्र तथा उप स्वास्थ्य केंद्रों में जाएगा जाएगा तथा जिन मैं यह लक्षण पाए जाएंगे उन्हें क्वॉरेंटाइन सेंटर मैं रखा जाएगा ।