चम्बा ! राजकीय प्राथमिक स्कूल चन्ढैल में शिक्षा ग्रहण कर रहे 55 बच्चों का भविष्य इकलौते शिक्षक के सहारे ही चल रहा है। दो वर्षों से स्कूल में एक ही अध्यापक होने से इसका असर बच्चों की पढ़ाई पर भी पड़ रहा है। उक्त अध्यापक पहली से पांचवीं कक्षा तक के बच्चों को पढ़ा रहा है। साथ ही स्कूल में मिड-डे मील व्यवस्था का कार्यभार भी इसी अध्यापक पर है। ऐसे में अनुमान लगाया जा सकता है कि इस स्कूल की शिक्षा व्यवस्था सही मायने में कितनी पुख्ता है।
राजकीय प्राथमिक स्कूल चन्ढैल की स्कूल प्रबंधन समिति व ग्रामीणों ने स्कूल में शिक्षकों की कमी को लेकर उपायुक्त विवेक भाटिया को सोमवार को ज्ञापन सौंपा। उन्होंने बताया कि इस स्कूल में दो वर्ष पूर्व तीन अध्यापक तैनात थे, लेकिन एक के बाद एक यहां से तबादला हो गया और अब यहां सिर्फ एक ही अध्यापक बचा है। यहां तैनात एक अध्यापक की पदोन्नति हो गई, वहीं दूसरे का तबादला हो गया।
उन्होंने कहा कि एक तरफ तो सरकार सरकारी स्कूलों में शिक्षा के बेहतर वातावरण को तैयार करने के दावे करती है तो दूसरी तरफ स्कूलों में रिक्त पदों को भरा नहीं जा रहा है।