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बददी ! 1971 में अस्तित्व में आए हिमाचल ने 25 जनवरी को अपना 50वां जन्मदिन मनाया। गोल्डन जुबली के इस अवसर पर नगर परिषद बददी में लाइव कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिसमें तहसीलदार नालागढ़ रिशभ शर्मा व बददी तहसीलदार मुकेश शर्मा ने विशेष रूप से शिरकत की। इस मौके पर एएसपी नरेंद्र कुमार भी उपस्थित रहे। पचास वर्ष पूर्ण करने पर सांस्कृतिक एवं जिला भाषा विभाग के सौजन्य से विशेष कार्यक्रम के माध्यम से सरकार की नीतियों का बखान किया गया। इस मौके पर रिशभ शर्मा ने कहा कि हिमाचल की नींव सोलन जिले से रखी गई थी तथा इसके बाद धीरे धीरे अन्य रियासतों का विलय हुआ था 1956 में इसे केंद्र शासित राज्य घोषित कर दिया गया। इसके बाद 1971 को इसे पूर्ण राज्य का दर्जा दिया गया। यह हिमाचलवासियों के लिए बहुत ही गर्व की बात है की आज हिमाचल अपनी गोल्डन जुबली मना रहा है। इस मौके पर सोनी म्यूजिकल ग्रुप सोलन के कलाकारों ने विभिन्न गानों के माध्यम से सरकार की नीतियों को लोगों के सामने रखा। ग्रुप की सुमन, राजेश शर्मा, तोमल भारद्वाज लक्की कुमार, रमेश, वीरेंद्र प्रिया व आरती ने मनमोहक प्रस्तुतियां दी जिसमें प्रगति गीत हिमाचला तू युगों युगों दा, चांदनी रातां रा नजारा, समूहगान हिमाचल म्हारां प्यारा प्यारा, पंडूवा, नाटी व लोकगीत मोती रे हो मेरा आदि शामिल रहे।
बददी ! 1971 में अस्तित्व में आए हिमाचल ने 25 जनवरी को अपना 50वां जन्मदिन मनाया। गोल्डन जुबली के इस अवसर पर नगर परिषद बददी में लाइव कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिसमें तहसीलदार नालागढ़ रिशभ शर्मा व बददी तहसीलदार मुकेश शर्मा ने विशेष रूप से शिरकत की। इस मौके पर एएसपी नरेंद्र कुमार भी उपस्थित रहे। पचास वर्ष पूर्ण करने पर सांस्कृतिक एवं जिला भाषा विभाग के सौजन्य से विशेष कार्यक्रम के माध्यम से सरकार की नीतियों का बखान किया गया। इस मौके पर रिशभ शर्मा ने कहा कि हिमाचल की नींव सोलन जिले से रखी गई थी तथा इसके बाद धीरे धीरे अन्य रियासतों का विलय हुआ था 1956 में इसे केंद्र शासित राज्य घोषित कर दिया गया। इसके बाद 1971 को इसे पूर्ण राज्य का दर्जा दिया गया। यह हिमाचलवासियों के लिए बहुत ही गर्व की बात है की आज हिमाचल अपनी गोल्डन जुबली मना रहा है।
इस मौके पर सोनी म्यूजिकल ग्रुप सोलन के कलाकारों ने विभिन्न गानों के माध्यम से सरकार की नीतियों को लोगों के सामने रखा। ग्रुप की सुमन, राजेश शर्मा, तोमल भारद्वाज लक्की कुमार, रमेश, वीरेंद्र प्रिया व आरती ने मनमोहक प्रस्तुतियां दी जिसमें प्रगति गीत हिमाचला तू युगों युगों दा, चांदनी रातां रा नजारा, समूहगान हिमाचल म्हारां प्यारा प्यारा, पंडूवा, नाटी व लोकगीत मोती रे हो मेरा आदि शामिल रहे।
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