- विज्ञापन (Article Top Ad) -
हमीरपुर ! चर्चित पुलिस भर्ती पेपर लीक मामले में अभी तक पेपर बेचने वाले आरोपी एसआईटी की पहुंच से बाहर हैं। कईं दिनों की जांच के बावजूद पेपर के खरीददार और दलाल तक ही एसआईटी पहुंच पाई है। ऐसे में अब सवाल उठ रहे हैं कि क्या एसआईटी का गठन सिर्फ खरीददार और पेपर बेचने वाले दलालों को पकड़ने का ही है या फिर उन मुख्य आरोपियों को भी पुलिस पकड़े गए जो पेपर लीक करने के मामले में मास्टरमाइंड हैं। इसके विपरीत मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर का दावा है कि आरोपी चाहे देश के किसी भी कोने में छुपे हैं उन्हें खोदकर भी निकाला जाएगा। सीएम के बयान के उलट पेपरलीक मामले में पेपर के साथ ही सिस्टम को लीक करने वाले मास्टरमाइंड को पुलिस अभी तक नहीं पकड़ पाई है। सोमवार को भोरंज विधानसभा क्षेत्र में पहुंचे मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर से जब इस सिलसिले में सवाल किया गया उन्होंने जवाब देते हुए कहा कि इस मामले में किसी को बख्शा नहीं जाएगा। उन्हें जैसे ही रात साढे ग्यारह बजे पेपर लीक होने की सूचना मिली, उसी समय प्राथमिकी दर्ज की गई और सुबह ही उन्होंने पेपर रद्द करने के आदेश दे दिए। उन्होंने कहा कि जांच जारी है तथा दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा। दोषियों को देश के किसी भी कोने से ढूंढ कर पकड़ा जाएगा। वहीं कांग्रेस पार्टी के इस मामले को आगामी विधानसभा चुनावों में मुद्दा बनाए जाने के सवाल पर उन्होंने कहा कि विपक्ष इस तरह की बातें करने की कोशिश करेगा लेकिन इस मामले में त्वरित कार्रवाई सरकार की तरफ से की गई है। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के तमाम दावों के विपरीत अगर अब तक की पुलिस जांच और एसआईटी की कार्यवाही को देखा जाए तो इस हाईप्रोफाइल मामले में उम्मीद के मुताबिक नतीजे अभी तक सामने नहीं आए हैं। विभिन्न जिलों में पुलिस की जांच आगे तो बढ़ रही है और अभ्यर्थियों से लगातार पूछताछ की जा रही है, लेकिन अभी तक इस पेपर लीक मामले का मास्टरमाइंड पुलिस की गिरफ्त से बाहर है। सीएम के दावों के विपरीत प्रदेश पुलिस मुख्यालय का सिस्टम भी सवालों में मुख्यमंत्री बयान दे रहे हैं आरोपी कहीं भी छुपे हो खोदकर निकाल लेंगे लेकिन देश के अलग अलग कोनों में छानबीन के बजाय पुलिस मुख्यालय की ओर कोई गौर नहीं किया जा रहा है। क्या यह जरूरी नहीं की पेपर लीक के साथ ही उस सिस्टम लीकेज की भी जांच हो और पता बताया जाए कि आखिर कैसे पुलिस अपने ही भर्ती के पेपर को सुरक्षित नहीं रख पाई। आखिर क्यों पुलिस मुख्यालय में सिस्टम लीक हो गया।
- विज्ञापन (Article Inline Ad) -
- विज्ञापन (Article Bottom Ad) -
- विज्ञापन (Sidebar Ad 1) -
- विज्ञापन (Sidebar Ad 2) -
- विज्ञापन (Sidebar Ad 3) -
- विज्ञापन (Sidebar Ad 4) -