- विज्ञापन (Article Top Ad) -
सोलन , 16 दिसंबर [ विशाल सूद ] ! जिला के दाडलाघाट स्थित सीमेंट उद्योग को आगामी आदेश तक बंद रखने के आदेश के बाद हजारो कर्मचारियों के भविष्य पर तलवार लटक गई है। व कर्मचारियों को अपने भविष्य की चिंता सताने लगी है। आज दाडलाघाट स्थित सीमेंट उद्योग के समक्ष 8 यूनियनों के करीब चार हजार कर्मचारी एकत्र हुए व आगामी रणनीति तैयार की व इस प्रकरण को राजनीति से प्रेरित बताया। यूनियनों के पदाधिकारियों ने बताया कि रोजगार को बचाने के लिए सभी को एकजुट होकर कार्य करना होगा । कंपनी में कार्यरत कर्मचारियों सहित हजारो ट्रकों के पहिये थम चुके है तो वहीं ट्रक से चलने वाले ढाबे मैकेनिको के व्यवसाय पर भी ठप होंने की कगार पर है। बैठक के बाद कर्मचारियों ने यूनियनो के साथ कंपनी प्रबंधन के खिलाफ कंपनी के गेट तक जमकर विरोध प्रदर्शन किया। वहीं सभी पक्षों के साथ उपायुक्त सोलन कृतिका कुल्हारी बैठक करेगी व इस मसले को सुलझाने का प्रयास किया जायेगा। यूनियन के पदाधिकारियों ने बताया कि ट्क ऑपरेटरों के कारण कंपनी घाटे की बात की जा रही है उन्होंने कहा कि जब पहले स्ट्राइक हुई थी तो सभी किराये उपायुक्त ने तय किये थे व सभी सराकरी गाइडलाइन के हिसाब से ट्क ऑपरेटर कार्य कर रहे है। उन्होंने कहा कि दाडलाघाट में ही दुकान पर पहुंच कर सीमेंट मंहगा मिलता है व ट्रक का भाडा न्यून्तम है यह तो सरकार प्रशासन व कंपनी को देखना चाहिए।
सोलन , 16 दिसंबर [ विशाल सूद ] ! जिला के दाडलाघाट स्थित सीमेंट उद्योग को आगामी आदेश तक बंद रखने के आदेश के बाद हजारो कर्मचारियों के भविष्य पर तलवार लटक गई है। व कर्मचारियों को अपने भविष्य की चिंता सताने लगी है। आज दाडलाघाट स्थित सीमेंट उद्योग के समक्ष 8 यूनियनों के करीब चार हजार कर्मचारी एकत्र हुए व आगामी रणनीति तैयार की व इस प्रकरण को राजनीति से प्रेरित बताया।
यूनियनों के पदाधिकारियों ने बताया कि रोजगार को बचाने के लिए सभी को एकजुट होकर कार्य करना होगा । कंपनी में कार्यरत कर्मचारियों सहित हजारो ट्रकों के पहिये थम चुके है तो वहीं ट्रक से चलने वाले ढाबे मैकेनिको के व्यवसाय पर भी ठप होंने की कगार पर है। बैठक के बाद कर्मचारियों ने यूनियनो के साथ कंपनी प्रबंधन के खिलाफ कंपनी के गेट तक जमकर विरोध प्रदर्शन किया।
- विज्ञापन (Article Inline Ad) -
वहीं सभी पक्षों के साथ उपायुक्त सोलन कृतिका कुल्हारी बैठक करेगी व इस मसले को सुलझाने का प्रयास किया जायेगा।
यूनियन के पदाधिकारियों ने बताया कि ट्क ऑपरेटरों के कारण कंपनी घाटे की बात की जा रही है उन्होंने कहा कि जब पहले स्ट्राइक हुई थी तो सभी किराये उपायुक्त ने तय किये थे व सभी सराकरी गाइडलाइन के हिसाब से ट्क ऑपरेटर कार्य कर रहे है।उन्होंने कहा कि दाडलाघाट में ही दुकान पर पहुंच कर सीमेंट मंहगा मिलता है व ट्रक का भाडा न्यून्तम है यह तो सरकार प्रशासन व कंपनी को देखना चाहिए।
- विज्ञापन (Article Bottom Ad) -
- विज्ञापन (Sidebar Ad 1) -
- विज्ञापन (Sidebar Ad 2) -
- विज्ञापन (Sidebar Ad 3) -
- विज्ञापन (Sidebar Ad 4) -