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सोलन [ बद्दी ] , 27 दिसंबर [ पंकज गोल्डी ] ! आबकारी एंव कर विभाग साउथ जोन परवाणु फलाईंग स्क् वायड़ के संयुक्त आयुक्त जी.डी. ठाकुर व उनकी टीम ने पांवटा साहब के एक उद्योग टेक् नोमेक कंपनी लिमिटेड पर छापामारी कर उसे प्रदेश के इतिहास का 2175 करोड़ रूपए का सबसे बड़ा जुर्माना किया था । इसमें बिजली विभाग , पी.एफ., लेबर, केंद्र एक्साईज, सर्विस टेक्स एव इन्कम टेक्स आदि विभागों के 6 हजार करोड़ के डयूज है। इममें हिमाचल बिजली बोर्ड़ के 8 से 9 करोड़ के फर्जी ड्राफ्ट व फर्जी भुगतान के बिल भी पाए गये । हिमाचल में एक्साईज बोर्ड के बाद बिजली विभाग को सबसे अधिक बकाया कंपनी के पास है। हैरानी की बात है कि उक्त विभाग को कंपनी के तरफ करोड़ों रूपए का बकाया था परन्तु आबकारी एवं कर विभाग की छापामरी से पहले इनकी जाग नहीं खुली व अपने क्लेम फाईल किए । अब एक्साईज एवं टेक्सेशन विभाग ने इसकी बोली 18 जनवरी 2023 को रखी हुई है। इस दौरान उद्योग मालिक ने हाईकेार्ट व सुप्रीम केार्ट में अपनी अपीलें रखी व सारी अपीलें खारिज होने के बाद एक्साईज एवं टेक् सेशन विभाग के पक्ष में केस आने पर वर्ष 2016 में फलाईंग स्कवायड़ परवाणु के संयुक्त आयुक्त जी.डी. ठाकुर केा इस रिकवरी की फाईल सौंपी गई । जिसके बाद उनके द्वारा एक टास्क फोर्स का गठन किया गया व अन्य राज्यों से भी इस उद्योग मालिक की संपतियों को डाटा मंगवाया गया । उसके बाद इसकी रिकबरी डाली गई व माननीय हाईकोर्ट की निगरानी में सारी कार्यवाही अमल में लाई गई। पत्रकार वार्ता के दौरान फलाइंग स्कवायड़ परवाणु जोन के संयुक्त आयुक्त जी.डी. ठाकुर ने बताया कि इस कंपनी की उद्योग के बाहर कुछ बेनामी जमीने है व उस संपति की 120 करोड़ के करीब बैल्यु है जिसका सी.आई.डी. द्वारा कोर्ट में ऐफेडेविट दिया है। उन्होंने बताया कि उक्त उद्योग का मालिक को जो कि विदेश में छिपा हुआ है व वर्ष 2021 में इसकी दुबई में लोकेशन पाई गई थी। वहीं भारत सरकार द्वारा उक्त व्यक्ति के प्रत्यापण को लेकर दुबई सरकार से बातचीत भी चली हुई है। जी.डी. ठाकुर ने बताया कि उक्त उद्योग की टोटल 265 बीघा जमीन है व तीन सैक्टर में यह जमीन बंटी हुई है। एक 189 बीघा , दूसरा 46 बीघा व तीसरा 30 बीघा है। 189 बीघा में उद्योग स्थापित है व बाकी जमीन डंप की हुई है। उक्त जमीन की टोटल कीमत 90 करोड़ 25 लाख 2 हजार रिर्जव प्राईस रख है। इसके अलावा उद्योग के भवन की कीमत 27 करोड़ 14 लाख 56 हजार है। शैड के अंदर पलांट व मशीनरी की कीमत 47 करोड़ 72 लाख के करीब है। उन्होंने बताया कि टोटल अगर सभी को मिलाया जाए तो यह 165 करोड़ 11 लाख 77 हजार 235 की रिजर्व प्राईज रखी है व अरनेस्ट मनी 16 करोड़ है। उन्हेांने बताया कि 18 जनवरी को उद्योग के प्रांगण में इसकी बोली रखी गई है जो कि टेंडर व खुली बोली के जरिए कोई भी व्यक्ति बोली दे सकता है। उन्हेांने बताया कि सारी ओथोरिटी माननीय हाईकोटे के दिशा निर्देशों से हो रही है। https://youtube.com/playlist?list=PLfNkwz3upB7OrrnGCDxBewe7LwsUn1bhs
सोलन [ बद्दी ] , 27 दिसंबर [ पंकज गोल्डी ] ! आबकारी एंव कर विभाग साउथ जोन परवाणु फलाईंग स्क् वायड़ के संयुक्त आयुक्त जी.डी. ठाकुर व उनकी टीम ने पांवटा साहब के एक उद्योग टेक् नोमेक कंपनी लिमिटेड पर छापामारी कर उसे प्रदेश के इतिहास का 2175 करोड़ रूपए का सबसे बड़ा जुर्माना किया था । इसमें बिजली विभाग , पी.एफ., लेबर, केंद्र एक्साईज, सर्विस टेक्स एव इन्कम टेक्स आदि विभागों के 6 हजार करोड़ के डयूज है। इममें हिमाचल बिजली बोर्ड़ के 8 से 9 करोड़ के फर्जी ड्राफ्ट व फर्जी भुगतान के बिल भी पाए गये ।
हिमाचल में एक्साईज बोर्ड के बाद बिजली विभाग को सबसे अधिक बकाया कंपनी के पास है। हैरानी की बात है कि उक्त विभाग को कंपनी के तरफ करोड़ों रूपए का बकाया था परन्तु आबकारी एवं कर विभाग की छापामरी से पहले इनकी जाग नहीं खुली व अपने क्लेम फाईल किए । अब एक्साईज एवं टेक्सेशन विभाग ने इसकी बोली 18 जनवरी 2023 को रखी हुई है।
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इस दौरान उद्योग मालिक ने हाईकेार्ट व सुप्रीम केार्ट में अपनी अपीलें रखी व सारी अपीलें खारिज होने के बाद एक्साईज एवं टेक् सेशन विभाग के पक्ष में केस आने पर वर्ष 2016 में फलाईंग स्कवायड़ परवाणु के संयुक्त आयुक्त जी.डी. ठाकुर केा इस रिकवरी की फाईल सौंपी गई । जिसके बाद उनके द्वारा एक टास्क फोर्स का गठन किया गया व अन्य राज्यों से भी इस उद्योग मालिक की संपतियों को डाटा मंगवाया गया । उसके बाद इसकी रिकबरी डाली गई व माननीय हाईकोर्ट की निगरानी में सारी कार्यवाही अमल में लाई गई।
पत्रकार वार्ता के दौरान फलाइंग स्कवायड़ परवाणु जोन के संयुक्त आयुक्त जी.डी. ठाकुर ने बताया कि इस कंपनी की उद्योग के बाहर कुछ बेनामी जमीने है व उस संपति की 120 करोड़ के करीब बैल्यु है जिसका सी.आई.डी. द्वारा कोर्ट में ऐफेडेविट दिया है। उन्होंने बताया कि उक्त उद्योग का मालिक को जो कि विदेश में छिपा हुआ है व वर्ष 2021 में इसकी दुबई में लोकेशन पाई गई थी। वहीं भारत सरकार द्वारा उक्त व्यक्ति के प्रत्यापण को लेकर दुबई सरकार से बातचीत भी चली हुई है।
जी.डी. ठाकुर ने बताया कि उक्त उद्योग की टोटल 265 बीघा जमीन है व तीन सैक्टर में यह जमीन बंटी हुई है। एक 189 बीघा , दूसरा 46 बीघा व तीसरा 30 बीघा है। 189 बीघा में उद्योग स्थापित है व बाकी जमीन डंप की हुई है। उक्त जमीन की टोटल कीमत 90 करोड़ 25 लाख 2 हजार रिर्जव प्राईस रख है। इसके अलावा उद्योग के भवन की कीमत 27 करोड़ 14 लाख 56 हजार है। शैड के अंदर पलांट व मशीनरी की कीमत 47 करोड़ 72 लाख के करीब है। उन्होंने बताया कि टोटल अगर सभी को मिलाया जाए तो यह 165 करोड़ 11 लाख 77 हजार 235 की रिजर्व प्राईज रखी है व अरनेस्ट मनी 16 करोड़ है।
उन्हेांने बताया कि 18 जनवरी को उद्योग के प्रांगण में इसकी बोली रखी गई है जो कि टेंडर व खुली बोली के जरिए कोई भी व्यक्ति बोली दे सकता है। उन्हेांने बताया कि सारी ओथोरिटी माननीय हाईकोटे के दिशा निर्देशों से हो रही है।
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