- विज्ञापन (Article Top Ad) -
सलूणी ! कोरोना महामारी के चलते हर कोई परेशान था और सभी कार्यक्रम पिछले 2 वर्षों से सरकार और प्रशासन द्वारा बंद कर दिए गए थे। लेकिन 2 वर्ष के बाद ऐतिहासिक जातर मेला सलूणी बड़े ही हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। जिला चम्बा के सलूणी उपमंडल के ऐतिहासिक दो दिवसीय गुलधन नाग जातर मेले का विधिवत रूप से समापन हो गया। समापन समारोह में जिला मार्केट कमेेटी चेयरमैन डीएस ठाकुर ने बतौर मुख्यातिथि शिरकत की। सलूणी मैदान स्थित नाग मंदिर में विधिवत तरीके से पूजा-अर्चना के साथ-साथ हवन यज्ञ किया गया। नाग मंदिर में जातर मेले के उपलक्ष्य में हजारों लोगों ने माथा टेककर सुख समृद्धि की कामना की। उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि मेले हमारी संस्कृति की धरोहर हैं जो हमारे पूर्वजों की वजह से अपनी संस्कृति को लेकर आज तक चले आ रहे हैं। इस आधुनिक दौर में भले ही मनोरंजन के कई साधन आ गए हैं, लेकिन मेले का जो अपना महत्व है वे अपने आप में एक अलग संस्कृति पहचान है। आज सलूणी के इस जातर मेले में चुराही नाटी को देखकर खुशी मिली कि हमारी सांस्कृतिक धरोहर को चुराह के नर्तक दल उसी पौराणिक तरीके से सहेजे हुए हैं। इन्हें हमें अपनी नई पीढिय़ों को भी सहेजने के लिए प्रेरित करना चाहिए। इस दौरान मुख्यातिथि डीएस ठाकुर और एसडीएम सलूणी स्वाति गुप्ता ने नृतक दलों के साथ चुराही नाटी भी डाली। डीएस ठाकुर ने जातर मेले के सफल आयोजन के लिए अपनी ओर से कमेटी को 21 हजार रूपए की राशि भी भेंट की। उन्होंने खेलकूद प्रतियोगिताओं व मेले में सहयोग देने वाले लोगों को पुरस्कार देकर सम्म्मानित किया। इससे पहले मेला कमेटी अध्यक्ष लेख राज व कमेटी सदस्यों ने मुख्यातिथि को शाल टोपी व स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया। जातर मेले में सुरक्षा को बनाए रखने के लिए पुलिस विभाग ने 70 जवानो को तैनात किया था इसी के चलते ड्रोन कैमरे का सहारा भी जातर मेले में लिया गया ताकि हर गतिविधि पर नजर रखी जा सके।
- विज्ञापन (Article Inline Ad) -
- विज्ञापन (Article Bottom Ad) -
- विज्ञापन (Sidebar Ad 1) -
- विज्ञापन (Sidebar Ad 2) -
- विज्ञापन (Sidebar Ad 3) -
- विज्ञापन (Sidebar Ad 4) -