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शिमला, 31 जुलाई ! कुछ दिनों की राहत के बाद हिमाचल प्रदेश में मानसून एक बार फिर आक्रमक रूप अख्तियार कर सकता है। मौसम विभाग की ओर से प्रदेश में 3 अगस्त से एक बार फिर भारी बरसात की संभावना जताई गई है। वही मानसून में अब तक प्रदेश में पिछले साल के मुकाबले 50 फ़ीसदी से ज्यादा बारिश दर्ज की गई है। इसके अलावा मौसम विज्ञान केंद्र ने बरसात का सिलसिला आगामी 6 से 7 अगस्त तक जारी रहने की संभावना जताई है। मौसम विज्ञान केंद्र शिमला में मौसम वैज्ञानिक संदीप शर्मा ने बताया कि आगामी 3 अगस्त तक प्रदेश में हल्की बारिश जारी रहेगी जिसके बाद 3 और 4 अगस्त को प्रदेश में एक बार फिर भारी बरसात होने की संभावना है। इस दौरान मौसम विभाग की ओर से भारी बरसात को लेकर अलर्ट भी जारी किया जा सकता है। वहीं इस मानसून में अब तक देश में सामान्य से 60% ज़्यादा बारिश दर्ज की गई है और बरसात का सिलसिला आगामी 6 से 7 अगस्त तक जारी रहेगा। मौसम विज्ञानिक संदीप ने बताया कि अब तक प्रदेश के कई जिलों में सामान्य से 50 फ़ीसदी से अधिक वर्षा दर्ज की गई है। प्रदेश के किन्नौर जिले में सबसे ज्यादा सामान्य से 100 फ़ीसदी अधिक बारिश दर्ज की गई है तो वहीं जिला लाहौल स्पीति में सबसे कम सामान्य से 2 फ़ीसदी कम बारिश दर्ज की गई।
शिमला, 31 जुलाई ! कुछ दिनों की राहत के बाद हिमाचल प्रदेश में मानसून एक बार फिर आक्रमक रूप अख्तियार कर सकता है। मौसम विभाग की ओर से प्रदेश में 3 अगस्त से एक बार फिर भारी बरसात की संभावना जताई गई है। वही मानसून में अब तक प्रदेश में पिछले साल के मुकाबले 50 फ़ीसदी से ज्यादा बारिश दर्ज की गई है। इसके अलावा मौसम विज्ञान केंद्र ने बरसात का सिलसिला आगामी 6 से 7 अगस्त तक जारी रहने की संभावना जताई है।
मौसम विज्ञान केंद्र शिमला में मौसम वैज्ञानिक संदीप शर्मा ने बताया कि आगामी 3 अगस्त तक प्रदेश में हल्की बारिश जारी रहेगी जिसके बाद 3 और 4 अगस्त को प्रदेश में एक बार फिर भारी बरसात होने की संभावना है। इस दौरान मौसम विभाग की ओर से भारी बरसात को लेकर अलर्ट भी जारी किया जा सकता है।
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वहीं इस मानसून में अब तक देश में सामान्य से 60% ज़्यादा बारिश दर्ज की गई है और बरसात का सिलसिला आगामी 6 से 7 अगस्त तक जारी रहेगा। मौसम विज्ञानिक संदीप ने बताया कि अब तक प्रदेश के कई जिलों में सामान्य से 50 फ़ीसदी से अधिक वर्षा दर्ज की गई है। प्रदेश के किन्नौर जिले में सबसे ज्यादा सामान्य से 100 फ़ीसदी अधिक बारिश दर्ज की गई है तो वहीं जिला लाहौल स्पीति में सबसे कम सामान्य से 2 फ़ीसदी कम बारिश दर्ज की गई।
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