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शिमला , 23 अगस्त [ विशाल सूद ] ! हिमाचल प्रदेश में प्राकृतिक आपदा ने फिर से कहर मचाना शुरू कर दिया है। आज प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों में हुई बारिश की वजह से बड़ा नुकसान हुआ है। नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर के सराज विधानसभा क्षेत्र में पांच लोगों की मृत्यु होने की सूचना है ।नेता प्रतिपक्ष जय राम ठाकुर ने कहा की एक गांव को ही खाली करना पड़ा है। नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने राज्य सरकार से आग्रह किया है कि जो सड़के लंबे समय से अवरुद्ध हैं वहां पर अब राशन की दिक्कत आ गई है ऐसे में प्राथमिकता के आधार पर ऐसे क्षेत्रों में राशन पहुंचाया जाए। इस संबंध में नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने डीसी मंडी से भी बात की और सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू से भी बात करेंगे। नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने सरकार को घेरते हुए कहा कि केवल राष्ट्रीय आपदा घोषित करने की मांग कर रहे हैं लेकिन धरातल पर जो काम होना चाहिए वह काम नहीं हो रहा। हम आपदा में बोलना नहीं चाहते थे लेकिन जब कोरोना था तो यह बहुत बोले हैं। एक बात साफ है की राहत कार्य में विलंब चल रहा है और जो कदम समय रहते उठाने चाहिए थे उन्हें नहीं उठाया गया। केंद्र सरकार पर मदद न मिलने का आरोप लगाने से पहले उन्हें मालूम होना चाहिए कि जो मदद मिल रही है उसे धरातल पर उतारने जिम्मा राज्य सरकार का है। केंद्र सरकार ने ही सब कुछ नहीं करना है। लोगों को राहत पहुंचाने का पहला काम राज्य सरकार का है।
शिमला , 23 अगस्त [ विशाल सूद ] ! हिमाचल प्रदेश में प्राकृतिक आपदा ने फिर से कहर मचाना शुरू कर दिया है। आज प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों में हुई बारिश की वजह से बड़ा नुकसान हुआ है। नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर के सराज विधानसभा क्षेत्र में पांच लोगों की मृत्यु होने की सूचना है ।नेता प्रतिपक्ष जय राम ठाकुर ने कहा की एक गांव को ही खाली करना पड़ा है।
नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने राज्य सरकार से आग्रह किया है कि जो सड़के लंबे समय से अवरुद्ध हैं वहां पर अब राशन की दिक्कत आ गई है ऐसे में प्राथमिकता के आधार पर ऐसे क्षेत्रों में राशन पहुंचाया जाए। इस संबंध में नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने डीसी मंडी से भी बात की और सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू से भी बात करेंगे।
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नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने सरकार को घेरते हुए कहा कि केवल राष्ट्रीय आपदा घोषित करने की मांग कर रहे हैं लेकिन धरातल पर जो काम होना चाहिए वह काम नहीं हो रहा। हम आपदा में बोलना नहीं चाहते थे लेकिन जब कोरोना था तो यह बहुत बोले हैं। एक बात साफ है की राहत कार्य में विलंब चल रहा है और जो कदम समय रहते उठाने चाहिए थे उन्हें नहीं उठाया गया।
केंद्र सरकार पर मदद न मिलने का आरोप लगाने से पहले उन्हें मालूम होना चाहिए कि जो मदद मिल रही है उसे धरातल पर उतारने जिम्मा राज्य सरकार का है। केंद्र सरकार ने ही सब कुछ नहीं करना है। लोगों को राहत पहुंचाने का पहला काम राज्य सरकार का है।
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