
- विज्ञापन (Article Top Ad) -
शिमला , 06 मार्च [ विशाल सूद ] ! हिमाचल प्रदेश की जनता कांग्रेस सरकार की नीति व नियति दोनों से वाकिफ हो चुकी है। आज प्रदेश की जो स्थिति है उसके हिसाब से मुख्यमंत्री बार -बार खाली खजाने की दुहाई देते नजर आते हैं व लोकसभा चुनाव को सामने देख एक बार फिर महिलाओं को ठगने का प्रयास कर रहें हैं। प्रदेश मीडिया सह प्रभारी रमा ठाकुर ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि महिलाएं अपने किचन बजट से सरकार के बजट सभी को समझती है। मुख्य्मंत्री सुखु जो 1अप्रैल से महिलाओं को 1500 देने की घोषणा कर रहे हैं यह बताएं कि आखिर प्रदेश में कितनी महिलाएं हैं इसकी जानकारी आपको है या नहीं? ठाकुर ने कहा कि 2011 की जनगणना के अनुसार प्रदेश में 22लाख महिलाएं है जबकि आज यह आंकड़ा काफ़ी ज्यादा बढ़ गया है और 18 से 60 वर्ष की महिलाओं की संख्या 22 लाख है। मुख्यमंत्री की घोषणा के हिसाब से 800 करोड रुपए का वितरण ₹1500 प्रति महिला किया जाएगा जिसकी गणना केवल 5 लाख महिला बनती है। हिमाचल प्रदेश में सामाजिक सुरक्षा योजना चल रही है जिसमें कुल लाभार्थियों की संख्या 783000 है इसमें महिलाओं की संख्या 4 लाख 55000 है तो क्या केवल मुख्यमंत्री 5 लाख महिलाओं को यह राशि वितरण करने की बात कर रहे हैं? उन्होंने कहा हिमाचल प्रदेश में 22 लाख महिलाओं को ₹1500 प्रतिमाह देने का वादा किया था जिसके ऊपर 1 महीने का खर्च 330 करोड़ है इसका मतलब साफ है कि यह सरकार केवल महिलाओं को गुमराह करने का प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री जी व इनके केंद्र के नेता जिन्होंने प्रदेश में चुनावी रैली को सम्बोधित किया मात्र एक बात कही कि एक घर में 1से लेकर जितनी मर्जी महिला हो उन्हें 1500₹की राशि पहली कैबिनेट से दी जाएगी। आज प्रदेश भर की 22लाख महिलाओं का पहली कैबिनेट के हिसाब से कितनी बकाया राशि सरकार पर देय बनती है इसका हिसाब भी मुख्यमंत्री सुकखु अवश्य लगा लें। उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव से पहले चुनावों को प्रभावित करने के उदेश्य से योजना के अनुसार इस तरह की घोषणा प्रदेश सरकार द्वारा की गई है। पिछले एक माह में प्रदेश में जो घटनाक्रम घटा है उससे साफ जाहिर है कि सत्ता हथियाने के लिए कांग्रेस किसी भी हद तक जा सकती है।
शिमला , 06 मार्च [ विशाल सूद ] ! हिमाचल प्रदेश की जनता कांग्रेस सरकार की नीति व नियति दोनों से वाकिफ हो चुकी है। आज प्रदेश की जो स्थिति है उसके हिसाब से मुख्यमंत्री बार -बार खाली खजाने की दुहाई देते नजर आते हैं व लोकसभा चुनाव को सामने देख एक बार फिर महिलाओं को ठगने का प्रयास कर रहें हैं।
प्रदेश मीडिया सह प्रभारी रमा ठाकुर ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि महिलाएं अपने किचन बजट से सरकार के बजट सभी को समझती है। मुख्य्मंत्री सुखु जो 1अप्रैल से महिलाओं को 1500 देने की घोषणा कर रहे हैं यह बताएं कि आखिर प्रदेश में कितनी महिलाएं हैं इसकी जानकारी आपको है या नहीं?
- विज्ञापन (Article Inline Ad) -
ठाकुर ने कहा कि 2011 की जनगणना के अनुसार प्रदेश में 22लाख महिलाएं है जबकि आज यह आंकड़ा काफ़ी ज्यादा बढ़ गया है और 18 से 60 वर्ष की महिलाओं की संख्या 22 लाख है। मुख्यमंत्री की घोषणा के हिसाब से 800 करोड रुपए का वितरण ₹1500 प्रति महिला किया जाएगा जिसकी गणना केवल 5 लाख महिला बनती है।
हिमाचल प्रदेश में सामाजिक सुरक्षा योजना चल रही है जिसमें कुल लाभार्थियों की संख्या 783000 है इसमें महिलाओं की संख्या 4 लाख 55000 है तो क्या केवल मुख्यमंत्री 5 लाख महिलाओं को यह राशि वितरण करने की बात कर रहे हैं? उन्होंने कहा हिमाचल प्रदेश में 22 लाख महिलाओं को ₹1500 प्रतिमाह देने का वादा किया था जिसके ऊपर 1 महीने का खर्च 330 करोड़ है इसका मतलब साफ है कि यह सरकार केवल महिलाओं को गुमराह करने का प्रयास कर रही है।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री जी व इनके केंद्र के नेता जिन्होंने प्रदेश में चुनावी रैली को सम्बोधित किया मात्र एक बात कही कि एक घर में 1से लेकर जितनी मर्जी महिला हो उन्हें 1500₹की राशि पहली कैबिनेट से दी जाएगी। आज प्रदेश भर की 22लाख महिलाओं का पहली कैबिनेट के हिसाब से कितनी बकाया राशि सरकार पर देय बनती है इसका हिसाब भी मुख्यमंत्री सुकखु अवश्य लगा लें।
उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव से पहले चुनावों को प्रभावित करने के उदेश्य से योजना के अनुसार इस तरह की घोषणा प्रदेश सरकार द्वारा की गई है। पिछले एक माह में प्रदेश में जो घटनाक्रम घटा है उससे साफ जाहिर है कि सत्ता हथियाने के लिए कांग्रेस किसी भी हद तक जा सकती है।
- विज्ञापन (Article Bottom Ad) -
- विज्ञापन (Sidebar Ad 1) -
- विज्ञापन (Sidebar Ad 2) -
- विज्ञापन (Sidebar Ad 3) -
- विज्ञापन (Sidebar Ad 4) -