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शिमला ! हिमाचल प्रदेश की पहली 100 प्रतिशत प्राकृतिक खेती किसान उत्पादक कंपनी – चौपाल नैचुरल किसान उत्पादक कंपनी का हाल ही में एक कार्यक्रम के दौरान नेरवा में लॉन्च किया गया। प्राकृतिक खेती खुशहाल किसान योजना के तहत बनाई गई इस एफपीसी को डॉ यशवंत सिंह परमार औदयानिकी एवं वानिकी विश्वविद्यालय, नौणी के कुलपति प्रोफेसर राजेश्वर चंदेल द्वारा लॉन्च किया गया। प्रदेश की पहली प्राकृतिक कृषि आधारित एफपीसी की स्थापना के लिए सभी सदस्यों की सराहना करते हुए प्रो. चंदेल ने कहा कि यह पहल न केवल प्राकृतिक किसानों को अपने उत्पाद बेचने के लिए एक मंच प्रदान करेगी बल्कि किसानों की आय को भी बढ़ाएगी। उन्होंने कहा कि एफपीसी प्राकृतिक खेती की उपज को बड़े बाजारों तक पहुंचाने और विभिन्न क्षेत्रों के व्यापारियों को आकर्षित करने में मदद करेगी। प्रोफेसर चंदेल ने एफपीसी को विभिन्न फलों और सब्जियों के खाद्य प्रसंस्करण के लिए विश्वविद्यालय से तकनीकी सहायता का आश्वासन दिया। उन्होंने बताया कि विश्वविद्यालय कंपनी को उनके कम ग्रेड के प्राकृतिक सेब का जूस बनाने में मदद कर रहा है। यह सुविधा विश्वविद्यालय द्वारा तब तक दी जा रही है जब तक कि एफपीसी अपना प्रसंस्करण केंद्र स्थापित नहीं कर लेती।चौपाल नेचुरल्स एफपीसी के अध्यक्ष विनोद मेहता ने मुख्य अतिथि का स्वागत किया और कहा कि कंपनी का मुख्य उद्देश्य एक स्थायी बाजार बनाने के लिए प्राकृतिक खेती करने वाले किसानों को संरेखित करना है जिससे उन्हें अपनी उपज का सही मूल्य प्राप्त करने में मदद मिलेगी। उन्होंने कहा कि क्योंकि कंपनी के सदस्य विभिन्न क्षेत्रों के छोटे और सीमांत किसान हैं इसलिए अपने सदस्यों के लिए बड़े किसानों की तरह ही अच्छे लाभ प्राप्त करना कंपनी की प्राथमिकता होगी। उन्होंने कहा कि कंपनी किसानों के लाभ को अधिकतम करने और व्यापार के अवसर पैदा करने के लिए उत्पादों का मूल्यवर्धन भी कर रही है। उन्होंने प्राकृतिक खेती में लगे अन्य किसानों से उनकी प्राकृतिक खेती कंपनी के सदस्य बनने का आग्रह किया। उन्होंने कृषि विभाग, प्राकृतिक खेती खुशहाल किसान योजना और आत्मा की टीमों और नौणी विवि को उनके तकनीकी समर्थन और मार्गदर्शन के लिए धन्यवाद दिया। इससे पहले डॉ. राम कृष्ण, परियोजना निदेशक आत्मा शिमला ने शिमला जिले में प्राकृतिक खेती खुशाल किसान योजना के तहत की जा रही गतिविधियों की जानकारी दी और अधिक से अधिक किसानों को इस वैकल्पिक कृषि पद्धति को अपनाने के लिए प्रोत्साहित किया। नौणी विवि में प्रधान वैज्ञानिक डॉ. एन एस ठाकुर ने खाद्य प्रसंस्करण और विश्वविद्यालय द्वारा विकसित प्रौद्योगिकियों पर एक व्याख्यान दिया। प्रोजेक्ट फेलो और कंपनी के सीईओ रोहित शर्मा ने कंपनी के पंजीकरण की प्रक्रिया के बारे में बताया। दिल्ली और सोलन के व्यापारियों ने भी इस कार्यक्रम में भाग लिया और किसानों और व्यापारियों के लिए एफपीसी के लाभों के बारे में बताया।कंपनी के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर- कृपाल सिंह, सुरेंद्र मेहता, जगत सिंह और मनोज शर्मा भी इस कार्यक्रम में शामिल हुये। चौपाल, नेरवा और कुपवी ब्लॉक के 300 से अधिक प्राकृतिक किसानों के साथ कृषि और बागवानी विभाग के अधिकारियों ने इस कार्यक्रम में भाग लिया।
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