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शिमला ,21 अक्टूबर [ विशाल सूद ] ! हिमाचल प्रदेश पुलिस का राज्यस्तरीय पुलिस स्मृति दिवस पुलिस लाइन भराड़ी में मनाया गया। इस मौके पर भव्य परेड के माध्यम से शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की गयी।मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू , राजस्व मंत्री जगत सिंह नेगी व विधायक हरीश जनारथा ,सुरेश कुमार सहित डीजीपी व अन्य अधिकारियों ने भी इस अवसर शहीदी स्मारक पर श्रद्धा सुमन अर्पित कर शहीदों को नमन किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि प्रत्येक वर्ष 21 अक्टूबर को शहीदों को याद किया जाता है ।उन्होंने कहा कि आपदा में भी लोगों ने अपनों को खोया है और पुलिस ने जिस प्रकार आपदा के समय कर्तव्य निष्ठा का परिचय दिया है वह उल्लेखनीय है। उन्होंने कहा कि परिवार का अगर कोई व्यक्ति शहीद हो जाता है तो वही परिवार जानता है जिस पर आपबीती हो ।उन्होंने कहा कि जिस परिवार का कोई व्यक्ति शहीद हो जाता है उस परिवार की सुरक्षा किस प्रकार की जाए सरकार उस दृष्टि से आने वाले समय में योजना लाएगी। वहीं पुलिस प्रमुख डीजीपी संजय कुंडू ने कहा कि प्रत्येक वर्ष 21 अक्टूबर को शहीदों को याद कर नमन किया जाते है।उन्होंने कहा कि गत एक वर्ष में 8 पुलिसकर्मी शहीद हुए हैं जिसमे एक एसपी साजु राम राणा ,एक सब इंस्पेक्टर एक एएसआई और दो हेड कांस्टेबल व बाकी कांस्टेबल शहीद हुए हैं।उन्होंने मुख्यमंत्री व राजस्व मंत्री सहित विधायकों का धन्यवाद करते हुए कहा कि आज उन सभी शहीदों को नमन किया गया जिन्होंने शहादत दी है। बता दे अक्टबर, 1959 को लद्दाख सीमा पर हॉट स्प्रिंग नामक स्थान पर चीन की सेना ने भारतीय पुलिस के 21 जवानों पर घात लगाकर हमला किया था। सीआरपीएफ के उपनिरीक्षक कर्म सिंह और उनके साथियों ने पूरी बहादुरी के साथ उनका डटकर सामना करते हुए चीनी सैनिकों से लोहा लिया। इसमें हमारे 10 जवान देश की सुरक्षा के लिए लड़ते हुए शहीद हो गए थे। 11 जवानों को चीनी सेना ने बंदी बना लिया गया था। वर्ष 1960 में इस दिन को आधिकारिक दर्जा दिया गया था। https://youtube.com/playlist?list=PLfNkwz3upB7OrrnGCDxBewe7LwsUn1bhs
शिमला ,21 अक्टूबर [ विशाल सूद ] ! हिमाचल प्रदेश पुलिस का राज्यस्तरीय पुलिस स्मृति दिवस पुलिस लाइन भराड़ी में मनाया गया। इस मौके पर भव्य परेड के माध्यम से शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की गयी।मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू , राजस्व मंत्री जगत सिंह नेगी व विधायक हरीश जनारथा ,सुरेश कुमार सहित डीजीपी व अन्य अधिकारियों ने भी इस अवसर शहीदी स्मारक पर श्रद्धा सुमन अर्पित कर शहीदों को नमन किया।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि प्रत्येक वर्ष 21 अक्टूबर को शहीदों को याद किया जाता है ।उन्होंने कहा कि आपदा में भी लोगों ने अपनों को खोया है और पुलिस ने जिस प्रकार आपदा के समय कर्तव्य निष्ठा का परिचय दिया है वह उल्लेखनीय है। उन्होंने कहा कि परिवार का अगर कोई व्यक्ति शहीद हो जाता है तो वही परिवार जानता है जिस पर आपबीती हो ।उन्होंने कहा कि जिस परिवार का कोई व्यक्ति शहीद हो जाता है उस परिवार की सुरक्षा किस प्रकार की जाए सरकार उस दृष्टि से आने वाले समय में योजना लाएगी।
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वहीं पुलिस प्रमुख डीजीपी संजय कुंडू ने कहा कि प्रत्येक वर्ष 21 अक्टूबर को शहीदों को याद कर नमन किया जाते है।उन्होंने कहा कि गत एक वर्ष में 8 पुलिसकर्मी शहीद हुए हैं जिसमे एक एसपी साजु राम राणा ,एक सब इंस्पेक्टर एक एएसआई और दो हेड कांस्टेबल व बाकी कांस्टेबल शहीद हुए हैं।उन्होंने मुख्यमंत्री व राजस्व मंत्री सहित विधायकों का धन्यवाद करते हुए कहा कि आज उन सभी शहीदों को नमन किया गया जिन्होंने शहादत दी है।
बता दे अक्टबर, 1959 को लद्दाख सीमा पर हॉट स्प्रिंग नामक स्थान पर चीन की सेना ने भारतीय पुलिस के 21 जवानों पर घात लगाकर हमला किया था। सीआरपीएफ के उपनिरीक्षक कर्म सिंह और उनके साथियों ने पूरी बहादुरी के साथ उनका डटकर
सामना करते हुए चीनी सैनिकों से लोहा लिया। इसमें हमारे 10 जवान देश की सुरक्षा के लिए लड़ते हुए शहीद हो गए थे। 11 जवानों को चीनी सेना ने बंदी बना लिया गया था। वर्ष 1960 में इस दिन को आधिकारिक दर्जा दिया गया था।
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