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शिमला ! हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला के सूफी गायक पुनीत थापर आजकल यू ट्यूब पर पूरी तरह से छाए हुए हैं। पुनीत थापर द्वारा गाया भजन मैय्या दे दुवारे इन दिनों शोशल मीडिया पर पूरी तरह से धमाल मचा रहा है। इस भजन को हर छोटा बड़ा सुन रहा है और इस कलाकार को अपना आशीर्वाद भी दे रहा है। इस भजन को दुनियां की जानी मानी टी सीरीज की कम्पनी ने लॉन्च किया है। आपको बताते चलें कि पुनीत थापर गुरुद्वारा के समीप कृष्णा नगर के रहने वाले हैं। बचपन से ही इन्हें गाने का बहुत शौक था और स्कूल कॉलेज से लेकर इन्होंने कई इनाम अपनी गायकी से जीते। पुनीत थापर ने संगीत की शिक्षा पंजाब से ली ।उनके संगीत गुरु जगदीश खोसला ने वारिकी से इन्हें संगीत की तालीम दी। ये सूफी गायक मास्टर सलीम को अपना आदर्श मानता है। खबर हिमाचल से के साथ खास बातचीत में उन्होंने बताया कि उन्हें इस मुकाम को हासिल करने में काफी मेहनत करना पड़ी रात दिन रियाज करना पड़ा, इसके साथ थापर ने बताया कि वो अपनी इस सफ़लता का श्रेय अपने माता पिता को देते हैं जिनका सहयोग और आशीर्वाद हमेशा उन पर बना रहा। उनके पिता के निधन के बाद उनकी माता उनके साथ चट्टान की तरह खड़ी रही और आज इस मुकाम को हासिल कर प्रदेश का नाम रोशन किया। पुनीत थापर ने बताया कि इस भजन को बनाने के लिए उनकी टीम ने बहुत मेहनत की और काफी सहयोग किया।इसी के साथ अविनाश नाहर का भी सहयोग देने के लिए आभार व्यक्त किया। इस भजन में संगीत डी के दिनेश ने दिया है और इस भजन को लिखा है बलजिंदर बैंस ने। इस भजन को डी के प्रोडक्शन के बैनर तले पंजाब के होशियारपुर जिले में फिल्माया गया है और विश्व भर की मशहूर कम्पनी टी सीरीज ने लांच किया है। पुनीत थापर ने सभी लोगों से विनम्र अनुरोध किया है कि इस भजन को जरूर सुने और लाइक शेयर कमेंट करके अपना आशीर्वाद दें।
शिमला ! हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला के सूफी गायक पुनीत थापर आजकल यू ट्यूब पर पूरी तरह से छाए हुए हैं। पुनीत थापर द्वारा गाया भजन मैय्या दे दुवारे इन दिनों शोशल मीडिया पर पूरी तरह से धमाल मचा रहा है। इस भजन को हर छोटा बड़ा सुन रहा है और इस कलाकार को अपना आशीर्वाद भी दे रहा है। इस भजन को दुनियां की जानी मानी टी सीरीज की कम्पनी ने लॉन्च किया है।
आपको बताते चलें कि पुनीत थापर गुरुद्वारा के समीप कृष्णा नगर के रहने वाले हैं। बचपन से ही इन्हें गाने का बहुत शौक था और स्कूल कॉलेज से लेकर इन्होंने कई इनाम अपनी गायकी से जीते। पुनीत थापर ने संगीत की शिक्षा पंजाब से ली ।उनके संगीत गुरु जगदीश खोसला ने वारिकी से इन्हें संगीत की तालीम दी। ये सूफी गायक मास्टर सलीम को अपना आदर्श मानता है।
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खबर हिमाचल से के साथ खास बातचीत में उन्होंने बताया कि उन्हें इस मुकाम को हासिल करने में काफी मेहनत करना पड़ी रात दिन रियाज करना पड़ा, इसके साथ थापर ने बताया कि वो अपनी इस सफ़लता का श्रेय अपने माता पिता को देते हैं जिनका सहयोग और आशीर्वाद हमेशा उन पर बना रहा। उनके पिता के निधन के बाद उनकी माता उनके साथ चट्टान की तरह खड़ी रही और आज इस मुकाम को हासिल कर प्रदेश का नाम रोशन किया।
पुनीत थापर ने बताया कि इस भजन को बनाने के लिए उनकी टीम ने बहुत मेहनत की और काफी सहयोग किया।इसी के साथ अविनाश नाहर का भी सहयोग देने के लिए आभार व्यक्त किया। इस भजन में संगीत डी के दिनेश ने दिया है और इस भजन को लिखा है बलजिंदर बैंस ने।
इस भजन को डी के प्रोडक्शन के बैनर तले पंजाब के होशियारपुर जिले में फिल्माया गया है और विश्व भर की मशहूर कम्पनी टी सीरीज ने लांच किया है। पुनीत थापर ने सभी लोगों से विनम्र अनुरोध किया है कि इस भजन को जरूर सुने और लाइक शेयर कमेंट करके अपना आशीर्वाद दें।
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