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शिमला, 06 जनवरी [ नरेश शर्मा ] ! हिमाचल में मंत्रिमंडल की बागडोर पर फैसले की घड़ी आ गई है। कांग्रेस हाईकमान की मंजूरी से सत्ता हासिल करने के करीब 26 दिन बाद उन विधायकों के नामों पर मुहर लगने जा रही है, जिन्हें सरकार में बड़े विभागों की जिम्मेदारी संभालनी है। मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू और कांग्रेस हाईकमान के बीच दिल्ली में इन नामों पर मंत्रणा हुई है। फिलहाल जो जानकारी बाहर आई है, उसके मुताबिक अगर सब कुछ सामान्य रहा, तो सात जनवरी को शिमला में मंत्रिमंडल को शपथ दिलाई जा सकती है। सूत्रों के अनुसार सरकार दो चरणोंं में मंत्रिमंडल का गठन कर सकती है। इनमें पहले चरण में आठ विधायकों को मंत्री बनाया जा सकता है। जिन विधायकों को पहले चरण में मंत्री बनने का मौका मिलेगा, उनमें कांगड़ा से दो नाम शामिल हैं। पूर्व वनमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ विधायक चंद्र कुमार के साथ ही धर्मशाला से पूर्व मंत्री सुधीर शर्मा के नाम पहली सूची में होने की पूरी संभावना है। कांगड़ा संसदीय क्षेत्र से कुलदीप पठानिया को विधानसभा का अध्यक्ष बनाया गया है। इस लिहाज से तीन विधायक यहां एडजेस्ट होते हुए नजर आ रहे हैं। हालांकि कांगड़ा जिला में दो अन्य नाम, जिनमें नगरोटा बगवां से आरएस बाली और पालमपुर से आशीष बुटेल, भी चर्चा में हैं। कांगड़ा के अलावा शिमला से पहली सूची में एक ही नाम होने के आसार हैं, जबकि शिमला जिला से सबसे ज्यादा विधायक मंत्रिपद की दौड़ में शामिल थे। यहां से कांग्रेस के इस बार सात विधायक चुनाव जीतकर विधानसभा पहुंचे हैं। इनमें विक्रमादित्य सिंह, कुलदीप राठौर, रोहित ठाकुर, अनिरूद्ध सिंह और मोहन लाल ब्राक्टा का नाम मंत्रिपद के लिए चर्चा में था। अब पहली लिस्ट में विक्रमादित्य सिंह को ही मंत्री बनाए जाने की बात फिलहाल सामने आ रही है। शिमला संसदीय क्षेत्र की बात करें, तो विक्रमादित्य सिंह के अलावा सोलन से कर्नल धनी राम शांडिल और सिरमौर से हर्षबर्धन चौहान पहली लिस्ट में शामिल हो सकते हैं। हालांकि सोलन से कर्नल धनी राम शांडिल को जरूर संघर्ष करना पड़ा है। यहां दून विधानसभा क्षेत्र से विधायक रामकुमार को मंत्रिमंडल में शामिल करने की चर्चा के बाद उन्हें दिल्ली तक दौड़ लगानी पड़ी थी, लेकिन अब पहली सूची में कर्नल धनी राम शांडिल भी मंत्रीपद की दौड़ में शामिल हो गए हैं। यानी शिमला संसदीय क्षेत्र से तीन मंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू सरकार की पहली कैबिनेट लिस्ट का हिस्सा बनाए जाने की पूरी संभावना है। मंडी संसदीय क्षेत्र की बात करें, तो कुल्लू से सुंदर ठाकुर और किन्नौर से जगत सिंह नेगी के नाम पहली लिस्ट में हो सकते हैं। हमीरपुर संसदीय क्षेत्र में जरूर घमासान मचा हुआ है। यहां मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू और उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्रिहोत्री के बाद बिलासपुर से राजेश धर्माणी मंत्री बन सकते हैं। हालांकि हमीरपुर से राजेंद्र राणा और आईडी लखनपाल भी मंत्रिमंडल में दाखिले के लिए पुरजोर मेहनत करते हुए नजर आए हैं। फिलहाल, कांग्रेस के मंत्रिमंडल की इस पहली लिस्ट पर दिल्ली में मुहर लगनी है। यदि आठ नामों के साथ मंत्रिमंडल का गठन किया जाता है, तो काफी हद तक इन सभी के शामिल होने की पूरी संभावना है। हालांकि इन नामों पर अंतिम फैसला हाईकमान को करना है और मुख्यमंत्री के साथ वार्तालाप के बाद ही अंतिम नाम सामने आएंगे। शनिवार को मंत्रिमंडल के गठन के साथ ही शपथ ग्रहण भी होने की संभावना बनी हुई है। कल शिमला में शपथ लेंगे नए मंत्री!
शिमला, 06 जनवरी [ नरेश शर्मा ] ! हिमाचल में मंत्रिमंडल की बागडोर पर फैसले की घड़ी आ गई है। कांग्रेस हाईकमान की मंजूरी से सत्ता हासिल करने के करीब 26 दिन बाद उन विधायकों के नामों पर मुहर लगने जा रही है, जिन्हें सरकार में बड़े विभागों की जिम्मेदारी संभालनी है। मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू और कांग्रेस हाईकमान के बीच दिल्ली में इन नामों पर मंत्रणा हुई है। फिलहाल जो जानकारी बाहर आई है, उसके मुताबिक अगर सब कुछ सामान्य रहा, तो सात जनवरी को शिमला में मंत्रिमंडल को शपथ दिलाई जा सकती है। सूत्रों के अनुसार सरकार दो चरणोंं में मंत्रिमंडल का गठन कर सकती है। इनमें पहले चरण में आठ विधायकों को मंत्री बनाया जा सकता है। जिन विधायकों को पहले चरण में मंत्री बनने का मौका मिलेगा, उनमें कांगड़ा से दो नाम शामिल हैं। पूर्व वनमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ विधायक चंद्र कुमार के साथ ही धर्मशाला से पूर्व मंत्री सुधीर शर्मा के नाम पहली सूची में होने की पूरी संभावना है।
कांगड़ा संसदीय क्षेत्र से कुलदीप पठानिया को विधानसभा का अध्यक्ष बनाया गया है। इस लिहाज से तीन विधायक यहां एडजेस्ट होते हुए नजर आ रहे हैं। हालांकि कांगड़ा जिला में दो अन्य नाम, जिनमें नगरोटा बगवां से आरएस बाली और पालमपुर से आशीष बुटेल, भी चर्चा में हैं। कांगड़ा के अलावा शिमला से पहली सूची में एक ही नाम होने के आसार हैं, जबकि शिमला जिला से सबसे ज्यादा विधायक मंत्रिपद की दौड़ में शामिल थे। यहां से कांग्रेस के इस बार सात विधायक चुनाव जीतकर विधानसभा पहुंचे हैं। इनमें विक्रमादित्य सिंह, कुलदीप राठौर, रोहित ठाकुर, अनिरूद्ध सिंह और मोहन लाल ब्राक्टा का नाम मंत्रिपद के लिए चर्चा में था। अब पहली लिस्ट में विक्रमादित्य सिंह को ही मंत्री बनाए जाने की बात फिलहाल सामने आ रही है। शिमला संसदीय क्षेत्र की बात करें, तो विक्रमादित्य सिंह के अलावा सोलन से कर्नल धनी राम शांडिल और सिरमौर से हर्षबर्धन चौहान पहली लिस्ट में शामिल हो सकते हैं। हालांकि सोलन से कर्नल धनी राम शांडिल को जरूर संघर्ष करना पड़ा है।
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यहां दून विधानसभा क्षेत्र से विधायक रामकुमार को मंत्रिमंडल में शामिल करने की चर्चा के बाद उन्हें दिल्ली तक दौड़ लगानी पड़ी थी, लेकिन अब पहली सूची में कर्नल धनी राम शांडिल भी मंत्रीपद की दौड़ में शामिल हो गए हैं। यानी शिमला संसदीय क्षेत्र से तीन मंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू सरकार की पहली कैबिनेट लिस्ट का हिस्सा बनाए जाने की पूरी संभावना है। मंडी संसदीय क्षेत्र की बात करें, तो कुल्लू से सुंदर ठाकुर और किन्नौर से जगत सिंह नेगी के नाम पहली लिस्ट में हो सकते हैं। हमीरपुर संसदीय क्षेत्र में जरूर घमासान मचा हुआ है। यहां मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू और उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्रिहोत्री के बाद बिलासपुर से राजेश धर्माणी मंत्री बन सकते हैं। हालांकि हमीरपुर से राजेंद्र राणा और आईडी लखनपाल भी मंत्रिमंडल में दाखिले के लिए पुरजोर मेहनत करते हुए नजर आए हैं। फिलहाल, कांग्रेस के मंत्रिमंडल की इस पहली लिस्ट पर दिल्ली में मुहर लगनी है। यदि आठ नामों के साथ मंत्रिमंडल का गठन किया जाता है, तो काफी हद तक इन सभी के शामिल होने की पूरी संभावना है। हालांकि इन नामों पर अंतिम फैसला हाईकमान को करना है और मुख्यमंत्री के साथ वार्तालाप के बाद ही अंतिम नाम सामने आएंगे। शनिवार को मंत्रिमंडल के गठन के साथ ही शपथ ग्रहण भी होने की संभावना बनी हुई है। कल शिमला में शपथ लेंगे नए मंत्री!
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