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शिमला ! अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद विश्विद्यालय इकाई द्वारा पंजीयक(रजिस्ट्रार) सुनील शर्मा को ज्ञापन सौंपा गया।जिसमे विद्यार्थी परिषद की मुख्य मांग यही थी कि बीते इतने लंबे समय से कोरोना का काल चला हुआ है परन्तु अभी तक भी पिंक पैटल पर न तो पीने के पानी का आर.ओ स्थापित किया गया है और न ही किसी भी प्रकार के सेनेटाइजशन की व्यवस्था यहाँ पर की गई है। इकाई सचिव आकाश नेगी ने जानकारी देते हुए बताया कि वर्तमान समय मे भले ही विश्विद्यालय में ऑफलाइन कक्षाएं बंद है परंतु प्रदेश के विभिन्न स्थानों से बहुत से छात्र अपनी समस्याओं को लेकर विश्विद्यालय के भीतर आता है परन्तु अभी तक विश्विद्यालय प्रशासन द्वारा एक पिने के आर.ओ तक की व्यवथा तक करने में प्रशासन नाकाम रहा है,साथ ही हमे देखते है कि इस कोरोना के चलते जहाँ सभी स्थानों में सेनेटाइजशन की व्यवस्था होनी चाहिए वही हम देखते है कि अभी तक भी पिंक पैटल पर अभी भी यह व्यवस्था नहीं है। दूसरी ओर हम देखते है कि विश्विद्यालय का कर्मचारी और विश्विद्यालय में तैनात पुलिस के जवान जब दिन में अपना भोजन करते है तो उन्हें पिनें का पानी भी अशुद्ध पीना पड़ता है, हम देखते है कि बड़े लंबे समय से अभी तक भी पिंक पैटल पर लगी पानी की टंकियों को साफ नहीँ किया गया है यदि उस अशुद्ध पानी पीकर कोई व्यक्ति अस्वस्थ हो जाएं तो उसका जिमेवार कौन होगा।यदि आज भी उन टंकियों को देखा जाए तो उसमें बहुत से गंदगी है जिसे आबि तक साफ नहीं किया गया है।आज तक बहुत से छात्र उस अशुद्ध पानी पीकर बीमार हो गए है और शिकायत तक दर्ज करवा चुके है परन्तु प्रशासन ने अभी तक भी उसकी सफाई नहीँ की है। विद्यार्थी परिषद का सीधा सा मत है कि जल्द से जल्द पिंक पैटल पर आर. ओ व सेनेटाइजशन की व्यस्था की जाए और पिंक पैटल पर लगी टंकियों को साफ किया जाए नहीं तो विद्यार्थी परिषद अपना आंदोलन उग्र करेगी।
शिमला ! अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद विश्विद्यालय इकाई द्वारा पंजीयक(रजिस्ट्रार) सुनील शर्मा को ज्ञापन सौंपा गया।जिसमे विद्यार्थी परिषद की मुख्य मांग यही थी कि बीते इतने लंबे समय से कोरोना का काल चला हुआ है परन्तु अभी तक भी पिंक पैटल पर न तो पीने के पानी का आर.ओ स्थापित किया गया है और न ही किसी भी प्रकार के सेनेटाइजशन की व्यवस्था यहाँ पर की गई है।
इकाई सचिव आकाश नेगी ने जानकारी देते हुए बताया कि वर्तमान समय मे भले ही विश्विद्यालय में ऑफलाइन कक्षाएं बंद है परंतु प्रदेश के विभिन्न स्थानों से बहुत से छात्र अपनी समस्याओं को लेकर विश्विद्यालय के भीतर आता है परन्तु अभी तक विश्विद्यालय प्रशासन द्वारा एक पिने के आर.ओ तक की व्यवथा तक करने में प्रशासन नाकाम रहा है,साथ ही हमे देखते है कि इस कोरोना के चलते जहाँ सभी स्थानों में सेनेटाइजशन की व्यवस्था होनी चाहिए वही हम देखते है कि अभी तक भी पिंक पैटल पर अभी भी यह व्यवस्था नहीं है।
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दूसरी ओर हम देखते है कि विश्विद्यालय का कर्मचारी और विश्विद्यालय में तैनात पुलिस के जवान जब दिन में अपना भोजन करते है तो उन्हें पिनें का पानी भी अशुद्ध पीना पड़ता है, हम देखते है कि बड़े लंबे समय से अभी तक भी पिंक पैटल पर लगी पानी की टंकियों को साफ नहीँ किया गया है यदि उस अशुद्ध पानी पीकर कोई व्यक्ति अस्वस्थ हो जाएं तो उसका जिमेवार कौन होगा।यदि आज भी उन टंकियों को देखा जाए तो उसमें बहुत से गंदगी है जिसे आबि तक साफ नहीं किया गया है।आज तक बहुत से छात्र उस अशुद्ध पानी पीकर बीमार हो गए है और शिकायत तक दर्ज करवा चुके है परन्तु प्रशासन ने अभी तक भी उसकी सफाई नहीँ की है।
विद्यार्थी परिषद का सीधा सा मत है कि जल्द से जल्द पिंक पैटल पर आर. ओ व सेनेटाइजशन की व्यस्था की जाए और पिंक पैटल पर लगी टंकियों को साफ किया जाए नहीं तो विद्यार्थी परिषद अपना आंदोलन उग्र करेगी।
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