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शिमला , 02 दिसंबर [ विशाल सूद ] ! विश्वविद्यालय की ओर से घोषित किए गए बीएससी और बीकॉम पहले और दुसरे साल के रिजल्ट में करीब 80 फीसदी छात्र परीक्षा पास नहीं कर सके हैं। जिसके वाद एचपीयू में माहौल गर्म हैं छात्र लगातर प्रदर्शन कर रहें हैं। इसी बीच छात्र संगठनों ने आज एक कार्यक्रम के लिए विश्वविद्यालय पहुंचे राज्यपाल राजेंदर विश्वनाथ आरलेकर को ज्ञापन सौम्पा और छात्रों को आ रही दिक्क़तो के समाधान की मांग उठाई। छात्र संगठनों का कहना है कि वि इआरपी सिस्टम से पेपर चेक किए गए जिससे 80 प्रतिशत छात्र फेल हो गए इसमें खामियाँ हैं। रिचेकिंग के बाद जो पास होते हैं उनकी फीस को रिफंड की जानी चाहिए। छात्रों का कहना हैं विश्वविद्यालय मे 6 से 7 हजार बच्चे पढ़ते हैं लेकिन केवल बारह सौ के करीब के लिए ही हॉस्टल की सुविधा हैं। नेता विश्वविद्यालय में आकर पट्टीका लगाकर चले जाते हैं लेकिन ये समस्याएं समाप्त नहीं हो रही हैं। उनका कहना है कि छात्र संघ के चुनाव बहाल किए जाने चाहिए। छात्रों ने आरोप लगाया कि अध्यापक राजनीतिक गतिविधियों में पढ़ाई से ज्यादा शामिल रहते हैं जिससे विश्व विद्यालय में पढ़ाई का स्तर गिर रहा है।
शिमला , 02 दिसंबर [ विशाल सूद ] ! विश्वविद्यालय की ओर से घोषित किए गए बीएससी और बीकॉम पहले और दुसरे साल के रिजल्ट में करीब 80 फीसदी छात्र परीक्षा पास नहीं कर सके हैं। जिसके वाद एचपीयू में माहौल गर्म हैं छात्र लगातर प्रदर्शन कर रहें हैं। इसी बीच छात्र संगठनों ने आज एक कार्यक्रम के लिए विश्वविद्यालय पहुंचे राज्यपाल राजेंदर विश्वनाथ आरलेकर को ज्ञापन सौम्पा और छात्रों को आ रही दिक्क़तो के समाधान की मांग उठाई।
छात्र संगठनों का कहना है कि वि इआरपी सिस्टम से पेपर चेक किए गए जिससे 80 प्रतिशत छात्र फेल हो गए इसमें खामियाँ हैं। रिचेकिंग के बाद जो पास होते हैं उनकी फीस को रिफंड की जानी चाहिए। छात्रों का कहना हैं विश्वविद्यालय मे 6 से 7 हजार बच्चे पढ़ते हैं लेकिन केवल बारह सौ के करीब के लिए ही हॉस्टल की सुविधा हैं। नेता विश्वविद्यालय में आकर पट्टीका लगाकर चले जाते हैं लेकिन ये समस्याएं समाप्त नहीं हो रही हैं। उनका कहना है कि छात्र संघ के चुनाव बहाल किए जाने चाहिए।
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छात्रों ने आरोप लगाया कि अध्यापक राजनीतिक गतिविधियों में पढ़ाई से ज्यादा शामिल रहते हैं जिससे विश्व विद्यालय में पढ़ाई का स्तर गिर रहा है।
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