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शिमला , 18 जनवरी [ विशाल सूद ] ! राजधानी शिमला के प्रतिष्ठित खिलौना व्यापारियों की दुकानों पर छापे पड़ने से व्यापारियों में हड़कंप मच गया है। बुधवार को डर के कारण खिलौना व्यापारियों ने दुकानें बन्द रखी। केंद्र ने हाल में नियम बनाया है कि 14 साल से कम उम्र वाले बच्चों के लिए जो भी खिलौने बनाए जा रहे हैं, सब आईएसआई मार्का होना चाहिए इसको लेकर माल रोड स्थित खिलना व्यापारी की दुकान पर छापा पड़ने के कारण आज शहर के अन्य व्यापारियों ने डर का चलते दुकानें नही खोली दुकानदारों का कहना है कि वह इस नियम से अनभिज्ञ है। पूर्व पार्षद व पूर्व व्यापार मंडल के अध्यक्ष इंद्रजीत सिंह ने कहा कि मॉल रॉड पर प्रतिष्ठित खिलौना व्यापारी की दुकान पर आईएसआई मार्क को लेकर दुकान पर छापा मारा गया।जबकि दुकानदार अभी इस नियम से अनभिज्ञ हैं और इनकी दुकानों पर अभी पुराना सामान पड़ा है।सरकार को चाहिए कि वह इन दुकानदारों को थोड़ा समय दे जिससे उन्हें इस सामान को हटाने का मौका मिल सके। उन्होंने कहा कि इस बाबत उन्होंने सम्बंधित अधिकारियों से बात भी की है और अधिकारियों ने आश्वस्त किया है कि व्यापारियों का पक्ष वह सरकार के समक्ष रखेंगे। वहीं खिलौना व्यापारियों ने कहा कि प्रतिष्ठित दुकानदार की दुकान पर छापा पड़ने के कारण वह अपनी दुकान आज डर के कारण नही खोल सके हैं। उन्होंने कहा कि उन्हें सरकार के नए मानकों का ज्ञान नही है और वह इस नए नियम से अनभिज्ञ है। सरकार की ओर से कभी आईएसआई मार्का के बाबत कोई सूचना भी नही आई। जबकि वह कई वर्षों से इस कारोबार से जुड़े हैं। उनकी दुकानों में पुराना सामान भी है उसे अब वह कहां फेंक दें। उन्होंने कहा कि उन्हें अब डर सता रहा है कि कहीं अब उनकी दुकान पर छापा न पड़ जाए जिस कारण दुकान नही खोल पा रहें है। दुकानदारों का कहना है कि सरकार उन्हें कुछ समय सीमा दे जिससे दुकान में जो पुराना सामान रखा है उसे हटा सके क्योंकि उन्हें मालूम ही नही है कि कौन सा खिलौना आईएसआई मार्का है और किस पर नही लगा है।इस बात को देखने के लिए समय लगेगा। बता दे कि भारतीय मानक ब्यूरो (बीआईएस) की की टीम ने शिमला के प्रतिष्ठित खिलौना व्यापारियों की दुकानों पर बिना आईएसआई मार्का के खिलौने बेचने के लिए छापे मारे थे। केंद्र ने हाल में नियम बनाया है कि 14 साल से कम उम्र वाले बच्चों के लिए जो भी खिलौने बनाए जा रहे हैं, सब आईएसआई मार्का होना चाहिए। इस मामले में केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय ने 1 जनवरी 2021 को नियम जारी किया था कि कोई भी दुकानदार 14 साल से कम उम्र के बच्चों के लिए बनाए गए खिलौनों पर आईएसआई मार्का के बिना उसकी बिक्री नहीं करेगा। इस नए नियम के बाद कोई भी फैक्ट्री या दुकानदार आईएसआई मार्क के बिना न तो खिलौने बना सकता है और न ही उसकी बिक्री कर सकता है। यही नहीं,बिना मार्का वाले खिलौनों का स्टॉक भी नहीं किया जा सकता है। https://youtube.com/playlist?list=PLfNkwz3upB7OrrnGCDxBewe7LwsUn1bhs
शिमला , 18 जनवरी [ विशाल सूद ] ! राजधानी शिमला के प्रतिष्ठित खिलौना व्यापारियों की दुकानों पर छापे पड़ने से व्यापारियों में हड़कंप मच गया है। बुधवार को डर के कारण खिलौना व्यापारियों ने दुकानें बन्द रखी। केंद्र ने हाल में नियम बनाया है कि 14 साल से कम उम्र वाले बच्चों के लिए जो भी खिलौने बनाए जा रहे हैं, सब आईएसआई मार्का होना चाहिए इसको लेकर माल रोड स्थित खिलना व्यापारी की दुकान पर छापा पड़ने के कारण आज शहर के अन्य व्यापारियों ने डर का चलते दुकानें नही खोली दुकानदारों का कहना है कि वह इस नियम से अनभिज्ञ है।
पूर्व पार्षद व पूर्व व्यापार मंडल के अध्यक्ष इंद्रजीत सिंह ने कहा कि मॉल रॉड पर प्रतिष्ठित खिलौना व्यापारी की दुकान पर आईएसआई मार्क को लेकर दुकान पर छापा मारा गया।जबकि दुकानदार अभी इस नियम से अनभिज्ञ हैं और इनकी दुकानों पर अभी पुराना सामान पड़ा है।सरकार को चाहिए कि वह इन दुकानदारों को थोड़ा समय दे जिससे उन्हें इस सामान को हटाने का मौका मिल सके। उन्होंने कहा कि इस बाबत उन्होंने सम्बंधित अधिकारियों से बात भी की है और अधिकारियों ने आश्वस्त किया है कि व्यापारियों का पक्ष वह सरकार के समक्ष रखेंगे।
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वहीं खिलौना व्यापारियों ने कहा कि प्रतिष्ठित दुकानदार की दुकान पर छापा पड़ने के कारण वह अपनी दुकान आज डर के कारण नही खोल सके हैं। उन्होंने कहा कि उन्हें सरकार के नए मानकों का ज्ञान नही है और वह इस नए नियम से अनभिज्ञ है। सरकार की ओर से कभी आईएसआई मार्का के बाबत कोई सूचना भी नही आई। जबकि वह कई वर्षों से इस कारोबार से जुड़े हैं। उनकी दुकानों में पुराना सामान भी है उसे अब वह कहां फेंक दें। उन्होंने कहा कि उन्हें अब डर सता रहा है कि कहीं अब उनकी दुकान पर छापा न पड़ जाए जिस कारण दुकान नही खोल पा रहें है। दुकानदारों का कहना है कि सरकार उन्हें कुछ समय सीमा दे जिससे दुकान में जो पुराना सामान रखा है उसे हटा सके क्योंकि उन्हें मालूम ही नही है कि कौन सा खिलौना आईएसआई मार्का है और किस पर नही लगा है।इस बात को देखने के लिए समय लगेगा।
बता दे कि भारतीय मानक ब्यूरो (बीआईएस) की की टीम ने शिमला के प्रतिष्ठित खिलौना व्यापारियों की दुकानों पर बिना आईएसआई मार्का के खिलौने बेचने के लिए छापे मारे थे। केंद्र ने हाल में नियम बनाया है कि 14 साल से कम उम्र वाले बच्चों के लिए जो भी खिलौने बनाए जा रहे हैं, सब आईएसआई मार्का होना चाहिए। इस मामले में केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय ने 1 जनवरी 2021 को नियम जारी किया था कि कोई भी दुकानदार 14 साल से कम उम्र के बच्चों के लिए बनाए गए खिलौनों पर आईएसआई मार्का के बिना उसकी बिक्री नहीं करेगा। इस नए नियम के बाद कोई भी फैक्ट्री या दुकानदार आईएसआई मार्क के बिना न तो खिलौने बना सकता है और न ही उसकी बिक्री कर सकता है। यही नहीं,बिना मार्का वाले खिलौनों का स्टॉक भी नहीं किया जा सकता है।
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