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शिमला , 09 सितंबर [ विशाल सूद ] ! हिमाचल प्रदेश कांग्रेस की ओर से बीते दिनों इस वर्ष के लिए बागवानों के केसीसी के ब्याज को माफ करने के लिए प्रधानमंत्री कार्यालय को पत्र भेजा गया था. इसके बाद प्रधानमंत्री कार्यालय की ओर से इसे शिकायत के तौर पर ई समाधान के अंतर्गत दर्ज किया गया. जिसके बाद जवाब में प्रधानमंत्री कार्यालय की ओर से मामला अधिकार क्षेत्र से बाहर बताते हुए प्रधानमंत्री कार्यालय की ओर से इसमें किसी भी तरह की राहत देने में असमर्थता जताई गई। जवाब आने के बाद किसान कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता कंवर रविंद्र सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री कार्यालय की ओर से इस मामले में किसी भी तरह की राहत देने से इनकार किया गया है और इसे उनके अधिकार क्षेत्र से बाहर बताया है. उन्होंने कहा कि प्रदेश के किसानों बागवानों को बरसात के चलते भारी नुकसान झेलना पड़ा है ऐसे में प्रधानमंत्री मोदी को इसमें संज्ञान लेते हुए राहत देनी चाहिए। वहीं दूसरी ओर बरसात के चलते पहले ही फसल का नुकसान झेल रहे बागवानों के लिए प्रदेश में मुश्किलें कम होती नजर नहीं आ रही है. एक तरफ़ भारी बारिश से फसल खराब हो गई तो बची कुची फसल जो फल मंडियों तक पहुंच पा रही है उसका भी भुगतान बागवानों को नहीं हो रहा। किसान कांग्रेस के प्रवक्ता कंवर रविंद्र सिंह ने कहां की प्रदेश में कई आढ़ती बागवानों का बकाया भुगतान नहीं कर रहे हैं और उनके पास कई शिकायतें भी आई है इसमें खास तौर पर उन्होंने पराला मंडी में काम करने वाले एक आढ़ती का जिक्र भी किया है।
शिमला , 09 सितंबर [ विशाल सूद ] ! हिमाचल प्रदेश कांग्रेस की ओर से बीते दिनों इस वर्ष के लिए बागवानों के केसीसी के ब्याज को माफ करने के लिए प्रधानमंत्री कार्यालय को पत्र भेजा गया था. इसके बाद प्रधानमंत्री कार्यालय की ओर से इसे शिकायत के तौर पर ई समाधान के अंतर्गत दर्ज किया गया. जिसके बाद जवाब में प्रधानमंत्री कार्यालय की ओर से मामला अधिकार क्षेत्र से बाहर बताते हुए प्रधानमंत्री कार्यालय की ओर से इसमें किसी भी तरह की राहत देने में असमर्थता जताई गई।
जवाब आने के बाद किसान कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता कंवर रविंद्र सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री कार्यालय की ओर से इस मामले में किसी भी तरह की राहत देने से इनकार किया गया है और इसे उनके अधिकार क्षेत्र से बाहर बताया है. उन्होंने कहा कि प्रदेश के किसानों बागवानों को बरसात के चलते भारी नुकसान झेलना पड़ा है ऐसे में प्रधानमंत्री मोदी को इसमें संज्ञान लेते हुए राहत देनी चाहिए।
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वहीं दूसरी ओर बरसात के चलते पहले ही फसल का नुकसान झेल रहे बागवानों के लिए प्रदेश में मुश्किलें कम होती नजर नहीं आ रही है. एक तरफ़ भारी बारिश से फसल खराब हो गई तो बची कुची फसल जो फल मंडियों तक पहुंच पा रही है उसका भी भुगतान बागवानों को नहीं हो रहा।
किसान कांग्रेस के प्रवक्ता कंवर रविंद्र सिंह ने कहां की प्रदेश में कई आढ़ती बागवानों का बकाया भुगतान नहीं कर रहे हैं और उनके पास कई शिकायतें भी आई है इसमें खास तौर पर उन्होंने पराला मंडी में काम करने वाले एक आढ़ती का जिक्र भी किया है।
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