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शिमला , 22 अगस्त [ विशाल सूद ] ! राजस्व मंत्री जगत सिंह नेगी का एक बड़ा बयान सामने आया है जिसमे उन्होंने कहां कि आपदा को लेकर भाजपा के केंद्रीय नेता केवल बड़े बयान दे रहे है। इस आपदा की घड़ी में जितनी हिमाचल की मदद होनी चाहिए थी उतनी मदद केंद्र से हिमाचल को नहीं मिल पाई है। उन्होंने कहा कि जे पी नड्डा ने 200 करोड़ जारी होने की बात कही लेकिन अभी तक वो पैसा हिमाचल को नहीं मिल पाया। केंद्र से भेजे गए हेलिकॉप्टर का खर्चा भी हिमाचल उठा रहा है। एक सोर्टी का खर्चा 7 से 8 लाख पड़ रहा है। उन्होंने कहां कि प्रदेश में बरसात से 346 लोगों की मौत हुई है। 331 लोग घायल हुए है और 38 लोग अभी भी लापता हैं। प्रदेश इस समय 10 हजार करोड़ से ज्यादा का नुकसान झेल रहा है। वहीं बरसात से सेब सीजन भी काफी ज्यादा प्रभावित हुआ है। मंडियों में केवल 43 लाख पेटियां ही पहुंच पाई है। इस बार ढाई करोड़ पेटी उत्पादन का अनुमान लगाया जा रहा है।वहीं बागवानी मंत्री जगत नेगी ने कहा कि जो लदानी और आढ़ती हिमाचल छोड़कर भागे वे सभी डिफाल्टर थे उनके जाने से कोई फर्क नहीं पड़ता मंडियों में जगह तक नहीं है कई आढ़तियों के आवेदन लंबित पड़े हैं। https://youtube.com/playlist?list=PLfNkwz3upB7OrrnGCDxBewe7LwsUn1bhs
शिमला , 22 अगस्त [ विशाल सूद ] ! राजस्व मंत्री जगत सिंह नेगी का एक बड़ा बयान सामने आया है जिसमे उन्होंने कहां कि आपदा को लेकर भाजपा के केंद्रीय नेता केवल बड़े बयान दे रहे है। इस आपदा की घड़ी में
जितनी हिमाचल की मदद होनी चाहिए थी उतनी मदद केंद्र से हिमाचल को नहीं मिल पाई है।
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उन्होंने कहा कि जे पी नड्डा ने 200 करोड़ जारी होने की बात कही लेकिन अभी तक वो पैसा हिमाचल को नहीं मिल पाया।
केंद्र से भेजे गए हेलिकॉप्टर का खर्चा भी हिमाचल उठा रहा है। एक सोर्टी का खर्चा 7 से 8 लाख पड़ रहा है। उन्होंने कहां कि प्रदेश में बरसात से 346 लोगों की मौत हुई है। 331 लोग घायल हुए है और 38 लोग अभी भी लापता हैं। प्रदेश इस समय 10 हजार करोड़ से ज्यादा का नुकसान झेल रहा है।
वहीं बरसात से सेब सीजन भी काफी ज्यादा प्रभावित हुआ है। मंडियों में केवल 43 लाख पेटियां ही पहुंच पाई है। इस बार ढाई करोड़ पेटी उत्पादन का अनुमान लगाया जा रहा है।वहीं बागवानी मंत्री जगत नेगी ने कहा कि जो लदानी और आढ़ती हिमाचल छोड़कर भागे वे सभी डिफाल्टर थे उनके जाने से कोई फर्क नहीं पड़ता मंडियों में जगह तक नहीं है कई आढ़तियों के आवेदन लंबित पड़े हैं।
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