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शिमला !अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय इकाई अध्यक्ष विशाल सकलानी जी ने कहा कि विश्वविद्यालय प्रशासन ने bp.ed के छात्रों के परिणामों को घोषित करने में काफी ज्यादा समय लगा दिया है वह छात्र जिन्होंने 2019 में अपनी परीक्षा दे दी है अभी भी अपने परिणामों के ना मिल पाने की वजह से बहुत चिंतित है बीपीएड के 4 सेमेस्टर बीत जाने के बाद भी अभी तक परिणाम नहीं मिल पाया है 2019 में प्रथम सत्र की परीक्षा देने के बाद अभी तक 2021 आते-आते परिणामों को घोषित नहीं किया गया है यहां तक की विश्वविद्यालय प्रशासन के पास कोई सटीक मार्क्स स्कीम भी नहीं है bp.ed के छात्र के परिणामों में लेटलतिफी की वजह से छात्रों को मानसिक प्रताड़ना झेलनी पड़ रही है । उन्होंने कहा प्रदेश में दो स्थानों एमएलएसएम सुंदरनगर व कुल्लू में bped कोर्स चलता है जिसमे कुल 60 छात्र हैं लेकिन इसके बावजूद करीब डेढ़ साल बीत जाने के बाद भी छात्रों के प्रथम सत्र का परिणाम विश्वविद्यालय घोषित नहीं कर पाया है जो चिंता का विषय है । विश्वविद्यालय प्रवेश , परीक्षा और परिणाम इन तीनों छोरों पर फिसड्डी साबित हुआ है और इसका खामियाजा प्रदेश के हजारों छात्रों को भुगतना पड़ रहा है । इस तरह से परिणामों की लेटलतीफी से विश्वविद्यालय छात्रों के साथ खिलवाड़ कर रहा है । विद्यार्थी परिषद का साफ और सीधा मत है की जल्द से जल्द bp.ed के छात्रों के परिणामों को घोषित किया जाए ताकि छात्रों को परिणामों संबंधी चिंता से मुक्त किया जाए।
शिमला !अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय इकाई अध्यक्ष विशाल सकलानी जी ने कहा कि विश्वविद्यालय प्रशासन ने bp.ed के छात्रों के परिणामों को घोषित करने में काफी ज्यादा समय लगा दिया है वह छात्र जिन्होंने 2019 में अपनी परीक्षा दे दी है अभी भी अपने परिणामों के ना मिल पाने की वजह से बहुत चिंतित है बीपीएड के 4 सेमेस्टर बीत जाने के बाद भी अभी तक परिणाम नहीं मिल पाया है 2019 में प्रथम सत्र की परीक्षा देने के बाद अभी तक 2021 आते-आते परिणामों को घोषित नहीं किया गया है यहां तक की विश्वविद्यालय प्रशासन के पास कोई सटीक मार्क्स स्कीम भी नहीं है bp.ed के छात्र के परिणामों में लेटलतिफी की वजह से छात्रों को मानसिक प्रताड़ना झेलनी पड़ रही है । उन्होंने कहा प्रदेश में दो स्थानों एमएलएसएम सुंदरनगर व कुल्लू में bped कोर्स चलता है जिसमे कुल 60 छात्र हैं लेकिन इसके बावजूद करीब डेढ़ साल बीत जाने के बाद भी छात्रों के प्रथम सत्र का परिणाम विश्वविद्यालय घोषित नहीं कर पाया है जो चिंता का विषय है ।
विश्वविद्यालय प्रवेश , परीक्षा और परिणाम इन तीनों छोरों पर फिसड्डी साबित हुआ है और इसका खामियाजा प्रदेश के हजारों छात्रों को भुगतना पड़ रहा है । इस तरह से परिणामों की लेटलतीफी से विश्वविद्यालय छात्रों के साथ खिलवाड़ कर रहा है । विद्यार्थी परिषद का साफ और सीधा मत है की जल्द से जल्द bp.ed के छात्रों के परिणामों को घोषित किया जाए ताकि छात्रों को परिणामों संबंधी चिंता से मुक्त किया जाए।
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