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शिमला ! पिछले कल कच्ची घाटी में गिरी ईमारत के बाद जहाँ लोगों में भय का माहौल है वहीं किशोर जिसने कल कच्ची घाटी में भवन गिरने की पूर्व सूचना दी थी लेकिन प्रशासन ने अनसुना कर दिया था। किशोर ने आरोप 1लगाया ज़ब SP को फ़ोन किया तब उन्होंने कहा 1077 पर फ़ोन करें लेकिन उन्होंने भी फ़ोन नहीं उठाया , डीसी और एसपी पुलिस ने भी कोई कार्रवाई न की। जब उन्हें बार बार फोन करने के बाद भी कार्रवाई नहीं हुई तो सभी लोगों को बताया फिर वीडियो प्रशासन को भेजी तब जाकर जागे अन्यथा बड़ी घटना हो सकती थी ! किशोर का कहना है ज़ब वह घर से जा रहें थे तब उन्होंने देखा बिल्डिंग गिरने की कगार पर है उसे खाली करवा दिया था लेकिन उसके निचे वाली बिल्डिंग में लोग रह रहें है जिनकी जान को खतरा है ऐसे में तुरंत 12:15 के करीब SP शिमला को कॉल किया लेकिन उन्होंने कहा 1077 पे कॉल करें, ज़ब इस नंबर पर कॉल की तो नहीं उठाया गया |उसके बाद उपायुक्त को कॉल किया वहां से कहा गया उपायुक्त अभी मीटिंग में व्यस्त है वह बात नहीं कर सकते और कहा आपदा प्रबंधन की हेल्पलाइन पर कॉल करें वहां दुबारा कॉल करने पर भी नहीं उठाया गया ये सिलसिला लगभग 1:30 बजे तक चला उसके बाद फिर से sp को कॉल किया उनके ऑफिस से कहा गया बालुगंज में इसकी सुचना दो उसके बाद बालूगंज से कहा गया की हम लोग भेजते है,2 बजे शिमला शहर के उप महापौर भी मौके पर पहुंच चुके थे उन्होंने भी कॉल किया और 2:20 के करीब वहां पुलिस पहुंची और साथ वाले मकानों को खाली करवाया यदि बिल्डिंग कुछ देर पहले गिरती तो कई जाने जा सकती थी प्रशासन की ऐसी लापरवाही पर शर्म आती है ! शिमला ! कच्चीघाटी में कई भवनों को खतरा परिवारों को किया गया संकट मोचन मंदिर और रेस्ट हाउस में शिफ्ट – उपायुक्त !
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