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शिमला , 03 दिसंबर [ विशाल सूद ] एचपीयू में एआरपी सिस्टम पर बवाल थमने का नाम नहीं ले रहा है। 80 फीसदी छात्रों के फेल होने के बाद छात्र सड़कों पर हैं। इसी कड़ी में आज एसएफआई ने शिमला के पंचायत भवन से लेकर उपायुक्त कार्यालय तक आक्रोश रैली निकाली और विश्वविद्यालय प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। एसएफआई के जिला सचिव बंटी ठाकुर ने बताया कि रूसा के बाद अब ईआरपी सिस्टम से 80 प्रतिशत छात्र फेल हो गए हैं। रूसा के लागू होने से 90 फीसदी छात्रों को इसका नुकसान भुगतना पड़ा था। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय प्रशासन ने इआरपी सिस्टम पर 8 करोड़ से ज्यादा खर्च किया हैं लेकिन नतीजे शून्य हैं। इस प्रणाली में ऑनलाइन पीडीएफ ब्लर हो सकती हैं। अध्यापकों के पास इसके लिए पर्याप्त डाटा हैं या नहीं बिना इंफास्ट्रक्चर के यह सिस्टम लागू हुआ हैं। एसएफआई दो दिन का अधिवेशन करने जा रही हैं। उससे पहले रैली व प्रदर्शन कर इस प्रणाली को वापिस लेने की मांग कर रही हैं।
शिमला , 03 दिसंबर [ विशाल सूद ] एचपीयू में एआरपी सिस्टम पर बवाल थमने का नाम नहीं ले रहा है। 80 फीसदी छात्रों के फेल होने के बाद छात्र सड़कों पर हैं। इसी कड़ी में आज एसएफआई ने शिमला के पंचायत भवन से लेकर उपायुक्त कार्यालय तक आक्रोश रैली निकाली और विश्वविद्यालय प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
एसएफआई के जिला सचिव बंटी ठाकुर ने बताया कि रूसा के बाद अब ईआरपी सिस्टम से 80 प्रतिशत छात्र फेल हो गए हैं। रूसा के लागू होने से 90 फीसदी छात्रों को इसका नुकसान भुगतना पड़ा था। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय प्रशासन ने इआरपी सिस्टम पर 8 करोड़ से ज्यादा खर्च किया हैं लेकिन नतीजे शून्य हैं। इस प्रणाली में ऑनलाइन पीडीएफ ब्लर हो सकती हैं। अध्यापकों के पास इसके लिए पर्याप्त डाटा हैं या नहीं बिना इंफास्ट्रक्चर के यह सिस्टम लागू हुआ हैं।
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एसएफआई दो दिन का अधिवेशन करने जा रही हैं। उससे पहले रैली व प्रदर्शन कर इस प्रणाली को वापिस लेने की मांग कर रही हैं।
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