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शिमला ,16 जनवरी [ विशाल सूद ] ! एसएमसी अध्यापकों ने सरकार के खिलाफ मोर्चा खोलने का ऐलान कर दिया है। एसएमसी अध्यापक संघ ने 26 जनवरी से क्रमिक अनशन की चेतावनी देते हुए सरकार से मांग की है कि अगर सरकार ने 25 जनवरी तक नियमित कारण को लेकर फैसला नहीं लिया तो आने वाले दिनों में आंदोलन को उग्र किया जायेगा। एसएमसी अध्यापक का क्लासों बहिष्कार करने के साथ-साथ परिवार सहित सड़कों पर उतरने को मजबूर होंगे। एसएमसी अध्यापक संघ ने शिमला में पत्रकार कर कहा कि अध्यापकों को नियमित करने को लेकर बनाई गई कैबिनेट सब कमेटी ने अपनी रिपोर्ट अभी तक सरकार को नही सौंपी है।।31 दिसंबर तक डेड लाइन दी गई जो अब पुरी हो गई है। आज स्थितियां ऐसी बनी हुई है कि 20 फ़ीसदी अध्यापक उम्र पूरा होने पर बिना नियमित हुए ही सेवानिवृत होने वाले हैं। एसएमसी दुर्गम इलाकों में कम पैसे पर अपनी सेवाएं दे रहे हैं जिससे परिवार का गुजारा चलाना मुश्किल हो गया है। एसएमसी अध्यापकों ने सरकार से कई बार नियमित करने की गुहार लगाई है लेकिन सरकार आर्थिक स्थिति का हवाला देकर बार बार मामले को लटकाने का प्रयास कर रही है जो अब बर्दास्त से बाहर हो गया है।
शिमला ,16 जनवरी [ विशाल सूद ] ! एसएमसी अध्यापकों ने सरकार के खिलाफ मोर्चा खोलने का ऐलान कर दिया है। एसएमसी अध्यापक संघ ने 26 जनवरी से क्रमिक अनशन की चेतावनी देते हुए सरकार से मांग की है कि अगर सरकार ने 25 जनवरी तक नियमित कारण को लेकर फैसला नहीं लिया तो आने वाले दिनों में आंदोलन को उग्र किया जायेगा। एसएमसी अध्यापक का क्लासों बहिष्कार करने के साथ-साथ परिवार सहित सड़कों पर उतरने को मजबूर होंगे।
एसएमसी अध्यापक संघ ने शिमला में पत्रकार कर कहा कि अध्यापकों को नियमित करने को लेकर बनाई गई कैबिनेट सब कमेटी ने अपनी रिपोर्ट अभी तक सरकार को नही सौंपी है।।31 दिसंबर तक डेड लाइन दी गई जो अब पुरी हो गई है। आज स्थितियां ऐसी बनी हुई है कि 20 फ़ीसदी अध्यापक उम्र पूरा होने पर बिना नियमित हुए ही सेवानिवृत होने वाले हैं।
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एसएमसी दुर्गम इलाकों में कम पैसे पर अपनी सेवाएं दे रहे हैं जिससे परिवार का गुजारा चलाना मुश्किल हो गया है। एसएमसी अध्यापकों ने सरकार से कई बार नियमित करने की गुहार लगाई है लेकिन सरकार आर्थिक स्थिति का हवाला देकर बार बार मामले को लटकाने का प्रयास कर रही है जो अब बर्दास्त से बाहर हो गया है।
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