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लाहौल , 30 नवंबर ! हिमाचल प्रदेश में मौसम विभाग के द्वारा जहां बर्फबारी और बारिश की चेतावनी जारी की गई है। तो वही जनजातीय जिला लाहौल स्पीति में भी बर्फबारी हुई है। जिससे ग्रामीण इलाकों में भी ठंड बढ़ गई है। वही मनाली के साथ लगती पहाड़ी और रोहतांग दर्रा में भी हिमपात हुआ है। ऐसे में रोहतांग दर्रा अब आधिकारिक तौर पर वाहनों की आवाजाही के लिए बंद कर दिया गया है। लेकिन बर्फबारी देखने की चाह में अभी भी सैलानी ऊंचाई वाले इलाकों का रुख कर रहे हैं। कुल्लू प्रशासन ने भी सैलानियों का आम वाहन चालको से आग्रह किया है कि वह बर्फबारी वाले इलाके का बिल्कुल रुख न करें। ऐसे में होटल कारोबारी भी सैलानियों को बर्फबारी की स्थिति के बारे में अवगत करवा रहे हैं। बीती रात के समय लाहौल घाटी में बर्फबारी हुई। जिससे घाटी की अधिकतर ग्रामीण इलाके बर्फ की सफेद चादर से ढक गए हैं। वहीं नवंबर माह में हुई बर्फबारी से घाटी के ग्रामीण में खुश है। क्योंकि इससे अब आने वाले समय में उन्हें पानी की समस्या से नहीं जूझना होगा। बर्फबारी के चलते पूरी घाटी में कड़ाके की ठंड हो गई है और तापमान भी माइनस में चल चल रहा है। इसके अलावा पारा माइनस में जाने के चलते सड़कों पर भी पानी जम रह रहा है। जिससे चलते यहां पर वाहनों के फिसलने का भी खतरा बन गया है। जिला कुल्लू में भी प्रशासन के द्वारा सैलानियों को ऊंचाई वाले इलाकों और ना जाने की सलाह ही गई है। डीसी कुल्लू आशुतोष गर्ग ने बताया कि मौसम विभाग की चेतावनी को ध्यान में रखते हुए सैलानियों को ऊंचाई वाली जगह जाने से रोका जा रहा है। पर्यटन कारोबारी भी इस बात से सैलानियों को भी अवगत करवा रहे है। क्योंकि बर्फबारी के चलते कभी भी कोई मुश्किल पेश आ सकती है। वही मौसम साफ होने की स्थिति के बाद सैलानियों को ऊंचाई वाले इलाकों की ओर जाने की अनुमति दी जाएगी। ताकि वह बर्फ का आनंद ले सके।
लाहौल , 30 नवंबर ! हिमाचल प्रदेश में मौसम विभाग के द्वारा जहां बर्फबारी और बारिश की चेतावनी जारी की गई है। तो वही जनजातीय जिला लाहौल स्पीति में भी बर्फबारी हुई है। जिससे ग्रामीण इलाकों में भी ठंड बढ़ गई है। वही मनाली के साथ लगती पहाड़ी और रोहतांग दर्रा में भी हिमपात हुआ है। ऐसे में रोहतांग दर्रा अब आधिकारिक तौर पर वाहनों की आवाजाही के लिए बंद कर दिया गया है। लेकिन बर्फबारी देखने की चाह में अभी भी सैलानी ऊंचाई वाले इलाकों का रुख कर रहे हैं। कुल्लू प्रशासन ने भी सैलानियों का आम वाहन चालको से आग्रह किया है कि वह बर्फबारी वाले इलाके का बिल्कुल रुख न करें। ऐसे में होटल कारोबारी भी सैलानियों को बर्फबारी की स्थिति के बारे में अवगत करवा रहे हैं। बीती रात के समय लाहौल घाटी में बर्फबारी हुई। जिससे घाटी की अधिकतर ग्रामीण इलाके बर्फ की सफेद चादर से ढक गए हैं। वहीं नवंबर माह में हुई बर्फबारी से घाटी के ग्रामीण में खुश है। क्योंकि इससे अब आने वाले समय में उन्हें पानी की समस्या से नहीं जूझना होगा। बर्फबारी के चलते पूरी घाटी में कड़ाके की ठंड हो गई है और तापमान भी माइनस में चल चल रहा है। इसके अलावा पारा माइनस में जाने के चलते सड़कों पर भी पानी जम रह रहा है। जिससे चलते यहां पर वाहनों के फिसलने का भी खतरा बन गया है। जिला कुल्लू में भी प्रशासन के द्वारा सैलानियों को ऊंचाई वाले इलाकों और ना जाने की सलाह ही गई है।
डीसी कुल्लू आशुतोष गर्ग ने बताया कि मौसम विभाग की चेतावनी को ध्यान में रखते हुए सैलानियों को ऊंचाई वाली जगह जाने से रोका जा रहा है। पर्यटन कारोबारी भी इस बात से सैलानियों को भी अवगत करवा रहे है। क्योंकि बर्फबारी के चलते कभी भी कोई मुश्किल पेश आ सकती है। वही मौसम साफ होने की स्थिति के बाद सैलानियों को ऊंचाई वाले इलाकों की ओर जाने की अनुमति दी जाएगी। ताकि वह बर्फ का आनंद ले सके।
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