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लाहौल ! जनजातीय जिला लाहौल घाटी के केलांग में बालिका दिवस हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। लाहौल स्पीति में बर्फबारी और माइंस तापमान के बीच रविवार को जनजातीय संग्रहालय में राष्ट्रीय बालिका दिवस मनाया गया । लाहौल स्पीति के उपायुक्त पंकज राय ने दीप प्रज्वलित कर, बालिका दिवस का शुभारम्भ किया। इस अवसर पर उपायुक्त ने सही पोषण, देश रोशन की शपथ दिलाई। और बालिका दिवस कि बधाई देते हुए समाज में लिंग भेद न करते हुए सभी को आगे बढ़ने का अवसर प्रदान करने कि अपील की । उन्होंने बताया कि केंद्र व राज्य सरकार द्वारा बालिकाओं के उत्थान के लिए की योजना चलाई जा रही है। उन्होंने कहा कि एक समय था कि बेटी को बोझ माना जाता था और भ्रूण हत्या की जाती थी लेकिन अब इस तरह के मामले बहुत ही कम सुनने को मिलते है।इस मौके पर जिला कार्यक्रम अधिकारी खुशबिंदर ठाकुर ने कहा है कि देश भर में राष्ट्रीय बालिका दिवस मनाया जा रहा है, इसका मुख्य उद्देश्य बालिकाओं के अधिकारों के प्रति जागरूक करते हुए समानता की भावना के प्रति भी जागरूक कर समाज में सद्भावना पैदा करना है। इस अवसर पर बालिकाओं को अपनी प्रतिक्रिया देते हुए बताया कि बालक ,बालिकाओं में भेदभाव नहीं किया जाना चाहिए, बेटा जितनी जरूरी हैं बेटी भी उतनी ही जरूरी हैं।
लाहौल ! जनजातीय जिला लाहौल घाटी के केलांग में बालिका दिवस हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। लाहौल स्पीति में बर्फबारी और माइंस तापमान के बीच रविवार को जनजातीय संग्रहालय में राष्ट्रीय बालिका दिवस मनाया गया । लाहौल स्पीति के उपायुक्त पंकज राय ने दीप प्रज्वलित कर, बालिका दिवस का शुभारम्भ किया। इस अवसर पर उपायुक्त ने सही पोषण, देश रोशन की शपथ दिलाई। और बालिका दिवस कि बधाई देते हुए समाज में लिंग भेद न करते हुए सभी को आगे बढ़ने का अवसर प्रदान करने कि अपील की । उन्होंने बताया कि केंद्र व राज्य सरकार द्वारा बालिकाओं के उत्थान के लिए की योजना चलाई जा रही है।
उन्होंने कहा कि एक समय था कि बेटी को बोझ माना जाता था और भ्रूण हत्या की जाती थी लेकिन अब इस तरह के मामले बहुत ही कम सुनने को मिलते है।इस मौके पर जिला कार्यक्रम अधिकारी खुशबिंदर ठाकुर ने कहा है कि देश भर में राष्ट्रीय बालिका दिवस मनाया जा रहा है, इसका मुख्य उद्देश्य बालिकाओं के अधिकारों के प्रति जागरूक करते हुए समानता की भावना के प्रति भी जागरूक कर समाज में सद्भावना पैदा करना है। इस अवसर पर बालिकाओं को अपनी प्रतिक्रिया देते हुए बताया कि बालक ,बालिकाओं में भेदभाव नहीं किया जाना चाहिए, बेटा जितनी जरूरी हैं बेटी भी उतनी ही जरूरी हैं।
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