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मंडी ! बैसाखी के उपलक्ष्य पर शुक्रवार को धर्म त्रिवेणी नगरी रिवालसर में चार दिवसीय ऐतिहासिक बैसाखी मेले का आगाज हुआ। पारंपरिक जलेब निकाल मेले का डीसी अपूर्व देवगन ने शुभारंभ किया।बाबा धज्जाधारी मंदिर में पूजा-अर्चना करने के बाद डीसी जलेब में शामिल हुए। झील परिसर की परिक्रमा करते हुए बस स्टैंड, अस्पताल मार्ग, स्थानीय बाजार होते हुए वापस मंदिर लौटे। डीसी अपूर्व देवगन ने कहा कि मेले हमारी ऐतिहासिक धरोहर हैं। इन्हें संजोए रखना सभी का कर्तव्य है। इससे पहले निकाली जलेब में गुरु गोबिंद सिंह गुरुद्वारा प्रबंधन की ओर से झांकी और ब्रह्माकुमारी संस्था की ओर से झांकी निकाली गई।बाबा धजजाधारी कमेटी अध्यक्ष धर्मपाल ने बताया कि कल संक्रांत के अवसर पर रिवासलार झील में हजारों लोगों द्वारा पवित्र डुबकी लगाई जाएगी। ग्रहों की शांति के लिए हवन-पाठ और तुलादान किया जाएगा। मेले का आयोजन 15 अप्रैल तक किया जाएगा।
मंडी ! बैसाखी के उपलक्ष्य पर शुक्रवार को धर्म त्रिवेणी नगरी रिवालसर में चार दिवसीय ऐतिहासिक बैसाखी मेले का आगाज हुआ। पारंपरिक जलेब निकाल मेले का डीसी अपूर्व देवगन ने शुभारंभ किया।बाबा धज्जाधारी मंदिर में पूजा-अर्चना करने के बाद डीसी जलेब में शामिल हुए। झील परिसर की परिक्रमा करते हुए बस स्टैंड, अस्पताल मार्ग, स्थानीय बाजार होते हुए वापस मंदिर लौटे। डीसी अपूर्व देवगन ने कहा कि मेले हमारी ऐतिहासिक धरोहर हैं।
इन्हें संजोए रखना सभी का कर्तव्य है। इससे पहले निकाली जलेब में गुरु गोबिंद सिंह गुरुद्वारा प्रबंधन की ओर से झांकी और ब्रह्माकुमारी संस्था की ओर से झांकी निकाली गई।बाबा धजजाधारी कमेटी अध्यक्ष धर्मपाल ने बताया कि कल संक्रांत के अवसर पर रिवासलार झील में हजारों लोगों द्वारा पवित्र डुबकी लगाई जाएगी। ग्रहों की शांति के लिए हवन-पाठ और तुलादान किया जाएगा। मेले का आयोजन 15 अप्रैल तक किया जाएगा।
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