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मंडी ! फोरलेन प्रभावित किसान संघ कुल्लू मंडी मांगों को लेकर मुखर हो गई है। किसान संघ ने मंडी के टकोली में बैठक आयोजित कर प्रदेश सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। बैठक में रणनीति बनाने के बाद औट बाजार में फोरलेन प्रभावित किसान संघ ने रोष रैली निकाली और औट तहसीलदार के माध्यम से प्रदेश सरकार को ज्ञापन भेजा। फोरलेन प्रभावित किसान संघ के अध्यक्ष प्रेम सिंह ठाकुर ने बताया कि पिछले सालों से फोरलेन प्रभावित किसान, दुकानदार व अन्य की सुनवाई नहीं हो रही है। जिस पर अब फोरलेन प्रभावित किसान संघ का गठन किया गया है। यह संघ राजनीति से उपर उठकर काम करेगा। उन्होंने कहा कि 2017 के विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा ने अपने घोषणा पत्र में फोरलेन प्रभावितों को चार गुणा मुआवजा देने की बात कही थी, लेकिन सरकार के दो साल पूरे होने के बावजूद अभी तक घोषणा धरातल स्तर पर लागू नही हो पाई है। इसी के साथ 2013 का भूमि अधिग्रहण कानून भी हिमाचल में सरकार लागू नहीं कर पाई हैं। जिससे प्रभावितों में भारी रोष है। उन्होंने कहा कि फोरलेन निर्माण के दौरान एनएच पर भारी धूल उड़ रही है। बार बार मामला उठाने के बावजूद एनएचएआई इस मसले पर कुछ नहीं कर रही है। आलम यह है कि इलाके के लोगों को श्वास संबंधी रोग लगना शुरू हो गए हैं। फोरलेन प्रभावित किसान संघ ने विस्थापितों का पुर्नवास पुर्नस्थापन करने, जमीन का चार गुणा मुआवजा देने, दुकानदारों को गुडविल देने, पर्यावरण को स्वच्छ रखने और प्रभावित परिवारों के सदस्यों को रोजगार देने की मांग उठाई हैं। संघ के अध्यक्ष प्रेम सिंह ठाकुर ने कहा कि सरकार फोरलेन प्रभावितों के साथ वार्ता करे और स्थिति साफ करें। उन्होंने चेतावनी दी है कि अगर मांगों की अनदेखी की गई तो किसान, बागवान व दुकानदार मिलकर चक्का जाम करेंगे। जिसकी जिम्मेवारी सरकार व प्रशासन की होगी।
मंडी ! फोरलेन प्रभावित किसान संघ कुल्लू मंडी मांगों को लेकर मुखर हो गई है। किसान संघ ने मंडी के टकोली में बैठक आयोजित कर प्रदेश सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। बैठक में रणनीति बनाने के बाद औट बाजार में फोरलेन प्रभावित किसान संघ ने रोष रैली निकाली और औट तहसीलदार के माध्यम से प्रदेश सरकार को ज्ञापन भेजा। फोरलेन प्रभावित किसान संघ के अध्यक्ष प्रेम सिंह ठाकुर ने बताया कि पिछले सालों से फोरलेन प्रभावित किसान, दुकानदार व अन्य की सुनवाई नहीं हो रही है। जिस पर अब फोरलेन प्रभावित किसान संघ का गठन किया गया है। यह संघ राजनीति से उपर उठकर काम करेगा। उन्होंने कहा कि 2017 के विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा ने अपने घोषणा पत्र में फोरलेन प्रभावितों को चार गुणा मुआवजा देने की बात कही थी, लेकिन सरकार के दो साल पूरे होने के बावजूद अभी तक घोषणा धरातल स्तर पर लागू नही हो पाई है। इसी के साथ 2013 का भूमि अधिग्रहण कानून भी हिमाचल में सरकार लागू नहीं कर पाई हैं। जिससे प्रभावितों में भारी रोष है। उन्होंने कहा कि फोरलेन निर्माण के दौरान एनएच पर भारी धूल उड़ रही है। बार बार मामला उठाने के बावजूद एनएचएआई इस मसले पर कुछ नहीं कर रही है।
आलम यह है कि इलाके के लोगों को श्वास संबंधी रोग लगना शुरू हो गए हैं। फोरलेन प्रभावित किसान संघ ने विस्थापितों का पुर्नवास पुर्नस्थापन करने, जमीन का चार गुणा मुआवजा देने, दुकानदारों को गुडविल देने, पर्यावरण को स्वच्छ रखने और प्रभावित परिवारों के सदस्यों को रोजगार देने की मांग उठाई हैं। संघ के अध्यक्ष प्रेम सिंह ठाकुर ने कहा कि सरकार फोरलेन प्रभावितों के साथ वार्ता करे और स्थिति साफ करें। उन्होंने चेतावनी दी है कि अगर मांगों की अनदेखी की गई तो किसान, बागवान व दुकानदार मिलकर चक्का जाम करेंगे। जिसकी जिम्मेवारी सरकार व प्रशासन की होगी।
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