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मंडी , 15 जनवरी ! वरिष्ठ कांग्रेस नेता व पूर्व मंत्री मनसा राम का आज करसोग में राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। पूर्व मंत्री के पार्थिव शरीर को उनके बेटे कृष्ण राज, महेश राज और प्रदीप कुमार ने मुखाग्नि दी। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू, शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर और मुख्य संसदीय सचिव सुंदर सिंह ठाकुर ने करसोग पहुंचकर दिवंगत कांग्रेस नेता व पूर्व मंत्री मनसा राम को श्रद्धांजलि अर्पित की। इस अवसर पर मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि मनसा राम वरिष्ठ मंत्री थे और प्रदेश के प्रथम मुख्यमंत्री डॉ. वाई.एस. परमार के मंत्रिमंडल में करसोग से सबसे युवा मंत्री के रूप में शामिल थे। मुख्यमंत्री ने कहा कि मनसा राम ने मंत्री और विधायक के तौर पर प्रदेश के विकास में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। उन्होंने कहा कि मनसा राम की कमी पार्टी और प्रदेश को हमेशा खलेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि पूर्व मंत्री मनसा राम हमेशा ही एक मार्गदर्शक के रूप में मुझसे मिलते थे और अपने अनुभव साझा किया करते थे। उन्होंने कहा कि दुःख की इस घड़ी में प्रदेश सरकार और कांग्रेस पार्टी इनके परिवार के साथ खड़ी है। मुख्यमंत्री ने ईश्वर से दिवंगत आत्मा को शांति प्रदान करने और परिजनों को इस अपूर्णीय क्षति को सहन करने की शक्ति प्रदान करने की प्रार्थना की। मनसाराम ने पहली बार 1967 में निर्दलीय चुनाव लड़ा और 25 साल की उम्र में चुनाव जीतकर विधानसभा पहुंचे। तब उन्होंने सबसे कम उम्र में विधायक बनने का कीर्तिमान बनाया। इसके बाद वह कांग्रेस में शामिल हुए। अगला चुनाव उन्होंने 1972 में कांग्रेस से लड़ा और दूसरी बार विधानसभा पहुंचे। हिमाचल निर्माता डा. वाईएस परमार के नेतृत्व वाली सरकार में मनसाराम 31 साल की आयु में कैबिनेट मंत्री बने। तब उन्हें वन विभाग का दायित्व सौंपा गया। वर्ष 1982 में उन्होंने एक बार फिर निर्दलीय प्रत्याशी चुनाव लड़ा और जीत गए। 1998 में हिविंका से चुनाव जीते, धूमल सरकार में मंत्री बने। वर्ष 1998 में उन्होंने हिमाचल विकास कांग्रेस (हिविकां) के टिकट पर चुनाव लड़ा और जीते। आखिरी व पांचवी बार वह 2012 में चुनाव जीतकर विधानसभा पहुंचे। तब उन्हें पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने मुख्य संसदीय सचिव (सीपीएस) बनाया। मनसाराम हिमाचल में डॉ. यशवंत सिंह परमार, राम लाल ठाकुर, प्रेम कुमार धूमल और वीरभद्र सरकार में मंत्री व सीपीएस रहे। https://youtube.com/playlist?list=PLfNkwz3upB7OrrnGCDxBewe7LwsUn1bhs
मंडी , 15 जनवरी ! वरिष्ठ कांग्रेस नेता व पूर्व मंत्री मनसा राम का आज करसोग में राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। पूर्व मंत्री के पार्थिव शरीर को उनके बेटे कृष्ण राज, महेश राज और प्रदीप कुमार ने मुखाग्नि दी।
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू, शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर और मुख्य संसदीय सचिव सुंदर सिंह ठाकुर ने करसोग पहुंचकर दिवंगत कांग्रेस नेता व पूर्व मंत्री मनसा राम को श्रद्धांजलि अर्पित की।
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इस अवसर पर मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि मनसा राम वरिष्ठ मंत्री थे और प्रदेश के प्रथम मुख्यमंत्री डॉ. वाई.एस. परमार के मंत्रिमंडल में करसोग से सबसे युवा मंत्री के रूप में शामिल थे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि मनसा राम ने मंत्री और विधायक के तौर पर प्रदेश के विकास में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। उन्होंने कहा कि मनसा राम की कमी पार्टी और प्रदेश को हमेशा खलेगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पूर्व मंत्री मनसा राम हमेशा ही एक मार्गदर्शक के रूप में मुझसे मिलते थे और अपने अनुभव साझा किया करते थे।
उन्होंने कहा कि दुःख की इस घड़ी में प्रदेश सरकार और कांग्रेस पार्टी इनके परिवार के साथ खड़ी है। मुख्यमंत्री ने ईश्वर से दिवंगत आत्मा को शांति प्रदान करने और परिजनों को इस अपूर्णीय क्षति को सहन करने की शक्ति प्रदान करने की प्रार्थना की।
मनसाराम ने पहली बार 1967 में निर्दलीय चुनाव लड़ा और 25 साल की उम्र में चुनाव जीतकर विधानसभा पहुंचे। तब उन्होंने सबसे कम उम्र में विधायक बनने का कीर्तिमान बनाया। इसके बाद वह कांग्रेस में शामिल हुए। अगला चुनाव उन्होंने 1972 में कांग्रेस से लड़ा और दूसरी बार विधानसभा पहुंचे।
हिमाचल निर्माता डा. वाईएस परमार के नेतृत्व वाली सरकार में मनसाराम 31 साल की आयु में कैबिनेट मंत्री बने। तब उन्हें वन विभाग का दायित्व सौंपा गया। वर्ष 1982 में उन्होंने एक बार फिर निर्दलीय प्रत्याशी चुनाव लड़ा और जीत गए।
1998 में हिविंका से चुनाव जीते, धूमल सरकार में मंत्री बने। वर्ष 1998 में उन्होंने हिमाचल विकास कांग्रेस (हिविकां) के टिकट पर चुनाव लड़ा और जीते। आखिरी व पांचवी बार वह 2012 में चुनाव जीतकर विधानसभा पहुंचे। तब उन्हें पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने मुख्य संसदीय सचिव (सीपीएस) बनाया।
मनसाराम हिमाचल में डॉ. यशवंत सिंह परमार, राम लाल ठाकुर, प्रेम कुमार धूमल और वीरभद्र सरकार में मंत्री व सीपीएस रहे।
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