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भरमौर ! हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी चौरासी परिसर में मणिमहेश मंदिर के साथ ऐतिहासिक देवदार के पेड़ पर झंडा चढ़ाने से ही भरमौर में होने वाली ऐतिहासिक जात्तरों का आरंभ होता है। गत रोज भी देवदार के वृक्ष पर झंडा चढ़ाकर ऐतिहासिक जात्तरों का आगाज किया गया। नौ दिनों तक चलने वाले इस मेले का आगाज राधा अष्टमी के उपलक्ष्य पर देवदार के पेड़ के शिखर पर घराटी परिवार के सदस्य राजेश उर्फ रंजू घराटी ने झंडा चढ़ा कर किया। पिछले कई सालों से वह इस रस्म की अदायगी करते आ रहे है। जिन्हें साक्षात शिव भोले का वरदान भी प्राप्त है। हर वर्ष राधा अष्टमी के दिन 84 परिसर में मौजूद सैकड़ों लोग इस पवित्र घड़ी के गवाह बनते है। इस दौरान महिलाओं ने भजन-कीर्तन कर के भी उनकी हौसला अफजाई की। वीरवार रात भगवान नरसिंह मंदिर में भगवान कृष्ण के बाल रूप के दर्शन होने के बाद शुक्रवार को मंदिर में नए वस्त्र चढ़ाने के बाद जात्तरों का आगाज हो गया। उपमंडल भरमौर में नौ दिवसीय जात्तर मेलों के तहत पहली भगवान नरसिंह भगवान दूसरी व तीसरी लखना माता चौथी गणेश पांचवी शीतला माता, कार्तिक स्वामी, तेजस्वी जय कृष्ण गिरी महाराज, आठवी हनुमान की दंगल, नवमी महंत नारायण गिरी की होगी। उसके उपरांत सांस्कृतिक संध्याएं आयोजित होंगी। मंदिर के पुजारी पंडित हरीश शर्मा ने बताया कि यह परंपरा सदियों से चली आ रही है। इस अवसर पर विधायक जियालाल कपूर, पूर्व वनमंत्री ठाकुर सिंह भरमौरी, अमित भरमौरी, प्रधान ग्राम पंचायत भरमौर अनिल कुमार आदि मौजूद रहे।
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