- विज्ञापन (Article Top Ad) -
बिलासपुर ! प्रदेश सरकार स्वास्थ्य संस्थानों के माध्यम से लोगों को आधुनिक चिकित्सा सुविधाएं प्रदान की जा रही है। स्वास्थ्य के क्षेत्र में बेहतर सुविधाएं प्रदान करने के लिए हिम केयर और सहारा,जननी सुरक्षा योजना प्लस, जननी शिशु सुरक्षा कार्यक्रम, बालिका सुरक्षा योजना, जैसी योजनाएं शुरू कर जरूरतमंदों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं प्रदान की जा रही है। जननी सुरक्षा योजना प्लस 20 दिसम्बर 2019 से शुरु की गई है। इस योजना में गर्भवती महिलाएं जो गरीबी रेखा से नीचे रहने वाले परिवार से व अनुसूुचित जाति व अनुसूचित जनजाति से सम्बंध रखती हो, तथा प्रवासी महिलाओं स्वास्थ्य संस्थान मे प्रसव करवाने पर, अब सभी को संस्थागत प्रसव पर 11सौ रुपये दिए जाते ह,ैं और बी0 पी0 एल0 परिवार से सम्बंध रखने वाली गर्भवती महिला को घर में प्रसव करवाने का 5 सौ रुपये प्रदान किए जातेे हैं। इस योजना के अन्तर्गत जिला बिलासपुर में गत् तीन वर्षों में 2552 महिलाओं को लाभान्वित किया गया। जननी शिशु सुरक्षा कार्यक्रम के तहत मां (गर्भवती महिलाएं) तथा 0 से एक वर्ष तक के बच्चे लाभान्वित होते हैं। इस योजना में गर्भ ठहरने से प्रसुता होने के 42 दिन तक महिला को मुफत प्रसव सुविधा, मुफ्त दवाईयां, खाना, परिवहन सुविधा घर से अस्पताल और अस्पताल से दूसरे अस्पताल तक ले जाने, मुफ्त खून तथा वापिस घर छोडने सुविधा दी जाती है व 1 वर्ष तक के शिशु को बीमार होने पर इलाज सुविधा ,परिवहन सुविधा आदि सभी सुविधाएं मुफ्त दी जाती है। जिला में इस योजना में तीन वर्षों के दौरान 5 हजार 736 महिलाओं और 8 हजार 610 बच्चों लाभान्वित किया गया। बालिका सुरक्षा योजना में पात्र दम्पति जो एक बेटी वाले व दो बेटियों वाले, परिवार नियोजन आपे्रशन करवाते है वे इस योजना का लाभ लेने के पात्र है। इस योजना में एक बेटी पर आप्रेशन करवाने पर बेटी के नाम, जब तक की वह 18 वर्ष की न हो जाए 35 हजार रुपये की एफ0डी0 की जाती है। और दो बेटियों पर आप्रेशन करवाने पर दोनों बेटियों के नाम, जब तक की वे 18 वर्ष की न हो जाए 12,500 -12,500 रुपये की एफ0डी0 की जाती है तथा 18 वर्ष पूरे होने पर ये पैसा उन बेटियों को ब्याज सहित मिलता है। इस योजना में गत् तीन वर्षों में जिला में एक लडकी पर परिवार नियोजन का स्थाई तरीका अपनाने पर 3 पात्र लोगों को लाभान्वित किया गया तथा दो लडकियों पर परिवार नियोजन का स्थाई तरीका अपनाने पर 41 पात्र लोगों को लाभान्वित किया गया। आयुषमान भारत (प्रधान मन्त्री जन आरोग्य योजना में 2011 सर्वेक्षण के अनुसार किए गए सर्वे के अनुसार जो लोग इसमें आए थे वो ही इसे पात्र हैं और उन्हें इस योजना में बिमारियों का कैसलैस मुफ्त ईलाज चिन्हित अस्पतालों में किया जाता है। इस योजना में व्यक्तिगत आधार पर कार्ड बनाए जाते हैं और चयनित परिवार को प्रति वर्ष 5 लाख रुपये तक के निःशुल्क इलाज का प्रावधान है। इसमें लगभग 1800 उपचार प्रक्रियाएं शामिल है। आयुष्मान भारत योजना के तहत जिला में 1077 पात्र लोगों को लाभान्वित किया जा चुका है। हिमकेयर योजना प्रदेश सरकार की महत्वपूर्ण योजना में जो लोग आयुष्मान भारत योजना में कवर नहीं हुए हैं, जो सरकारी कर्मचारी अथवा सेवानिवृत कर्मचारी नहीं है, उन पात्र लोगों के लिए हिमाचल सरकार ने यह योजना शुरु की है। इस योजना में भी बिमारियों का कैसलैस मुफ्त इलाज चिन्हित अस्पतालों में किया जाता है। इस योजना में परिवार आधार पर कार्ड बनते हंै, और चयनित परिवारों को प्रति वर्ष 5 लाख रुपये तक के निःशुल्क इलाज का प्रावधान है। इसमें लगभग 1800 उपचार प्रक्रियाएं शामिल है, जिसमें डे-केयर सर्जरी भी शामिल है। जिला में इस योजना में 2951 पात्र लोगों को लाभान्वित किया जा चुका है। सहारा योजना में लक्वा, मस्कुलर डिस्ट्राॅफी, हिमोफिलिया, थैलेसिमिया, किडनी फेलियर ,कैंसर तथा बैड रिडन मरीज जैसी गम्भीर बिमारियों से पीड़ित आर्थिक रूप से कमजोर मरीजों की देखभाल के लिए यह योजना आरम्भ की गई है। जिनकी आय 4 लाख से कम है वे इस योजना में शामिल हंै। इस योजना के तहत हर महीने अब 3 हजार रुपये वित्तिय सहायता प्रदान की जाती है। जिला में इस योजना के तहत 741 पात्र लोगों को लाभान्वित किया जा चुका है। अटल आशिर्वाद योजना किटसः- इस योजना के तहत संस्थागत प्रसव पर सभी नवजात शिशुओं के परिजनों को उनकी जरुरत की सभी 12 चीजें इन किटों में सरकार द्वारा निशुल्क उपलब्ध करवाई जा जाती है जिसका उदेश्य सरकार का यह है कि सभी प्रसव अस्पतालों में हो और जच्चा बच्चा दोनों सुरक्षित रहे। इए योजना में 6412 पात्र लोगों को लाभान्वित किया गया। निक्षय पोषण योजना के तहत क्षय रोगियों को 500 रुपये प्रतिमाह के हिसाब से पोषण सम्बधी जरुरतों को पूरा करने के लिए राशि दी जाती है। जिला में इस योजना के तहत 2726 रोगियों को लाभान्वित किया गया है। मुख्य चिकित्सा अधिकारी बिलासपुर डाॅ0 प्रकाश दरोच ने सभी पात्र लोगों से अनुरोध किया है कि जिन पात्र लोगों ने सम्बन्धित योजना का अपना कार्ड या नाम दर्ज नहीं करवाया है वो अपना कार्ड व नाम दर्ज करवाकर लाभ उठाएं। समस्त योजनाओं के बारे में अधिक जानकारी प्राप्त करने के लिए नजदीकी उप स्वास्थ्य केन्द्र व अन्य स्वाथ्य केन्द्रों से सम्पर्क कर सकते है।
बिलासपुर ! प्रदेश सरकार स्वास्थ्य संस्थानों के माध्यम से लोगों को आधुनिक चिकित्सा सुविधाएं प्रदान की जा रही है। स्वास्थ्य के क्षेत्र में बेहतर सुविधाएं प्रदान करने के लिए हिम केयर और सहारा,जननी सुरक्षा योजना प्लस, जननी शिशु सुरक्षा कार्यक्रम, बालिका सुरक्षा योजना, जैसी योजनाएं शुरू कर जरूरतमंदों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं प्रदान की जा रही है।
जननी सुरक्षा योजना प्लस 20 दिसम्बर 2019 से शुरु की गई है। इस योजना में गर्भवती महिलाएं जो गरीबी रेखा से नीचे रहने वाले परिवार से व अनुसूुचित जाति व अनुसूचित जनजाति से सम्बंध रखती हो, तथा प्रवासी महिलाओं स्वास्थ्य संस्थान मे प्रसव करवाने पर, अब सभी को संस्थागत प्रसव पर 11सौ रुपये दिए जाते ह,ैं और बी0 पी0 एल0 परिवार से सम्बंध रखने वाली गर्भवती महिला को घर में प्रसव करवाने का 5 सौ रुपये प्रदान किए जातेे हैं। इस योजना के अन्तर्गत जिला बिलासपुर में गत् तीन वर्षों में 2552 महिलाओं को लाभान्वित किया गया।
- विज्ञापन (Article Inline Ad) -
जननी शिशु सुरक्षा कार्यक्रम के तहत मां (गर्भवती महिलाएं) तथा 0 से एक वर्ष तक के बच्चे लाभान्वित होते हैं। इस योजना में गर्भ ठहरने से प्रसुता होने के 42 दिन तक महिला को मुफत प्रसव सुविधा, मुफ्त दवाईयां, खाना, परिवहन सुविधा घर से अस्पताल और अस्पताल से दूसरे अस्पताल तक ले जाने, मुफ्त खून तथा वापिस घर छोडने सुविधा दी जाती है व 1 वर्ष तक के शिशु को बीमार होने पर इलाज सुविधा ,परिवहन सुविधा आदि सभी सुविधाएं मुफ्त दी जाती है। जिला में इस योजना में तीन वर्षों के दौरान 5 हजार 736 महिलाओं और 8 हजार 610 बच्चों लाभान्वित किया गया।
बालिका सुरक्षा योजना में पात्र दम्पति जो एक बेटी वाले व दो बेटियों वाले, परिवार नियोजन आपे्रशन करवाते है वे इस योजना का लाभ लेने के पात्र है। इस योजना में एक बेटी पर आप्रेशन करवाने पर बेटी के नाम, जब तक की वह 18 वर्ष की न हो जाए 35 हजार रुपये की एफ0डी0 की जाती है। और दो बेटियों पर आप्रेशन करवाने पर दोनों बेटियों के नाम, जब तक की वे 18 वर्ष की न हो जाए 12,500 -12,500 रुपये की एफ0डी0 की जाती है तथा 18 वर्ष पूरे होने पर ये पैसा उन बेटियों को ब्याज सहित मिलता है।
इस योजना में गत् तीन वर्षों में जिला में एक लडकी पर परिवार नियोजन का स्थाई तरीका अपनाने पर 3 पात्र लोगों को लाभान्वित किया गया तथा दो लडकियों पर परिवार नियोजन का स्थाई तरीका अपनाने पर 41 पात्र लोगों को लाभान्वित किया गया। आयुषमान भारत (प्रधान मन्त्री जन आरोग्य योजना में 2011 सर्वेक्षण के अनुसार किए गए सर्वे के अनुसार जो लोग इसमें आए थे वो ही इसे पात्र हैं और उन्हें इस योजना में बिमारियों का कैसलैस मुफ्त ईलाज चिन्हित अस्पतालों में किया जाता है। इस योजना में व्यक्तिगत आधार पर कार्ड बनाए जाते हैं और चयनित परिवार को प्रति वर्ष 5 लाख रुपये तक के निःशुल्क इलाज का प्रावधान है। इसमें लगभग 1800 उपचार प्रक्रियाएं शामिल है। आयुष्मान भारत योजना के तहत जिला में 1077 पात्र लोगों को लाभान्वित किया जा चुका है।
हिमकेयर योजना प्रदेश सरकार की महत्वपूर्ण योजना में जो लोग आयुष्मान भारत योजना में कवर नहीं हुए हैं, जो सरकारी कर्मचारी अथवा सेवानिवृत कर्मचारी नहीं है, उन पात्र लोगों के लिए हिमाचल सरकार ने यह योजना शुरु की है। इस योजना में भी बिमारियों का कैसलैस मुफ्त इलाज चिन्हित अस्पतालों में किया जाता है। इस योजना में परिवार आधार पर कार्ड बनते हंै, और चयनित परिवारों को प्रति वर्ष 5 लाख रुपये तक के निःशुल्क इलाज का प्रावधान है। इसमें लगभग 1800 उपचार प्रक्रियाएं शामिल है, जिसमें डे-केयर सर्जरी भी शामिल है। जिला में इस योजना में 2951 पात्र लोगों को लाभान्वित किया जा चुका है।
सहारा योजना में लक्वा, मस्कुलर डिस्ट्राॅफी, हिमोफिलिया, थैलेसिमिया, किडनी फेलियर ,कैंसर तथा बैड रिडन मरीज जैसी गम्भीर बिमारियों से पीड़ित आर्थिक रूप से कमजोर मरीजों की देखभाल के लिए यह योजना आरम्भ की गई है। जिनकी आय 4 लाख से कम है वे इस योजना में शामिल हंै। इस योजना के तहत हर महीने अब 3 हजार रुपये वित्तिय सहायता प्रदान की जाती है। जिला में इस योजना के तहत 741 पात्र लोगों को लाभान्वित किया जा चुका है।
अटल आशिर्वाद योजना किटसः- इस योजना के तहत संस्थागत प्रसव पर सभी नवजात शिशुओं के परिजनों को उनकी जरुरत की सभी 12 चीजें इन किटों में सरकार द्वारा निशुल्क उपलब्ध करवाई जा जाती है जिसका उदेश्य सरकार का यह है कि सभी प्रसव अस्पतालों में हो और जच्चा बच्चा दोनों सुरक्षित रहे। इए योजना में 6412 पात्र लोगों को लाभान्वित किया गया। निक्षय पोषण योजना के तहत क्षय रोगियों को 500 रुपये प्रतिमाह के हिसाब से पोषण सम्बधी जरुरतों को पूरा करने के लिए राशि दी जाती है। जिला में इस योजना के तहत 2726 रोगियों को लाभान्वित किया गया है।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी बिलासपुर डाॅ0 प्रकाश दरोच ने सभी पात्र लोगों से अनुरोध किया है कि जिन पात्र लोगों ने सम्बन्धित योजना का अपना कार्ड या नाम दर्ज नहीं करवाया है वो अपना कार्ड व नाम दर्ज करवाकर लाभ उठाएं। समस्त योजनाओं के बारे में अधिक जानकारी प्राप्त करने के लिए नजदीकी उप स्वास्थ्य केन्द्र व अन्य स्वाथ्य केन्द्रों से सम्पर्क कर सकते है।
- विज्ञापन (Article Bottom Ad) -
- विज्ञापन (Sidebar Ad 1) -
- विज्ञापन (Sidebar Ad 2) -
- विज्ञापन (Sidebar Ad 3) -
- विज्ञापन (Sidebar Ad 4) -