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बिलासपुर ! उत्तर भारत के प्रसिद्व शक्तिपीठ श्री नयना देवी जी में 29 जुलाई से 6 अगस्त तक श्रावण आष्टमी नवरात्रों का आयोजन किया जाएगा। यह जानकारी अध्यक्ष मंदिर न्यास श्री नयना देवी जी एवं उपायुक्त पंकज रॉय ने श्रावण आष्टमी नवरात्रों 2022 के प्रबंधों के लिए आयोजित बैठक की अध्यक्षता करते हुए दी। उन्होंन कहा कि श्री नयना देवी जी के दर्शनों के लिए आने वाले श्रद्वालुओं को हर संभव सुविधाएं सुरक्षा, स्वास्थ्य एवं स्वच्छता इत्यादि उपलब्ध करवाने के लिए जिला प्रशासन व मंरि न्यास भरपूर प्रयास करेगा ताकि स्थानीय व बाहरी राज्यों से आने वाले श्रद्वालुओं को किसी भी प्रकार की असुविधा का सामना न करना पड़े। उन्हांेने कहा कि पूर्व की भांति अतिरिक्त उपायुक्त को श्रावण अष्टमी नवरात्र 2022 के लिए मेला अधिकारी व अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक को पुलिस मेला अधिकारी नियुक्त किया गया है। इसके अतिरिक्त उप मंण्डल अधिकारी को सहायक मेला अधिकारी तथा पुलिस उप अधीक्षक को सहायक पुलिस मेला अधिकारी नियुक्त किया गया है। उन्होंने कहा कि नवरात्रों के दौरान कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए समस्त एरिया में विभिन्न सेक्टर अधिकारी नियुक्त किए जाएंगे और इस बार कोरोना का प्रभाव कम होने के कारण श्रद्वालुओं की संख्या भी बढ़ने की सम्भावनाएं हैं इसके कारण सेक्टर अधिकारियों की संख्या भी बढ़ाई जा रही है। उन्होंने बताया कि आवश्यकता अनुसार पुलिस कर्मी व होमगार्ड के जवान कानून व्यवस्था बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका का निर्वहन करेंगे। उन्होंने बताया कि लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान की जाएंगी। पर्याप्त चिकित्सकों व स्टॉफ के साथ दवाईयों, आक्सीजन सिलेंण्डरों का पूर्ण प्रबंध किया जाएगा और इसी के साथ मंदिर परिसर क्षेत्र के पांच स्थानों पर एम्बुलैंस वैन तैनात रखी जाएगी और विभिन्न स्थानों पर स्वास्थ्य सहायता कक्ष स्थापित किए जाएंगे । उन्होंने बताया कि नवरात्रों के दौरान श्री नयना देवी जी के दर्शनो के लिए आने वाले श्रद्वालुओं के लिए यातायात व्यवस्था को सुचारू बनाए रखने के लिए व्यापक रूप से ट्रैफिक प्लान बनाया जा रहा है। इसके अतिरिक्त पार्किंग व्यवस्था की भी समुचित व्यवस्था किए जाने के लिए ट्रैफिक प्रबंधन कमेटी का गठन किया गया है। उन्होंने कहा कि नवरात्रों के दौरान सफाई व्यवस्था को सुचारू रूप से रखने के लिए अतिरिक्त सफाई कर्मचारी नियुक्त किए जाएंगे। इसके अतिरिक्त सभी शौचालयों की साफ सफाई के पुखता प्रबंध किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि जहां जहां शौचालयों की अवश्यकता होगी वहां पर अस्थाई शौचालय निर्मित किए जाएंगे। उन्होंने जल शक्ति विभाग को निर्देश दिए कि मेलों के दौरान श्रद्वालुओं को स्वच्छ पेयजल उपलब्ध करवाने के लिए जल भंण्डारण टैंको की क्लोरिनेशन व समय पूर्व उनकी सफाई करवाना सुनिश्चित करेंगे। उन्होंने यह भी निर्देश दिए कि पेयजल स्त्रोतों की प्रतिदिन टैस्टिंग कर रिपोर्ट प्रेषित करें तथा पानी की गुणवत्ता को बनाए रखने के लिए कोई भी कोताही न बरती जाए और मेला से पूर्व सभी पानी की पाईपों की लिकेज व फटी पुरानी पाईपों को बदला जाए। उन्होंने कहा कि इस साल श्रद्वालुओं की संख्या बढ़ने की सम्भावनाएं हैं इसलिए लोगों के लिए बेहतर से बेहतर सुविधाएं उपलब्ध करवाई जाएंगी उनके लिए बैठने की सुविधा, पानी, खाना और होर्डिंग एरिया के साथ-साथ श्रद्वालुओं को दर्शन करती बार लाईन मे ज्यादा देर खड़ा न रहना पड़े इसके लिए विभिन्न कमेटियों का गठन कर सभी को अपनी अपनी जिम्मेदारी निभाने के लिए निर्देश दिए । उन्होनें कहा कि बैठक में पंजाब के आनंदपुर साहिब से आए एसडीएम, एडीसी रोपड़ और वहां के पुलिस के अधिकारी भी बैठक में शामिल हुए ताकि कोई भी बैड एलीमेंट मंदिर परिसर में प्रवेश न करे उसके लिए आपसी तालमेल से नजर रखी जाएगी। उन्होंने कहा कि इस बार नवरात्रों के दौरान लंगर व्यवस्था की स्वीकृति दी गई है उसके लिए एक कमेटी का गठन किया गया है जो यह सुनिश्चित करेगी कि वहां लंगर के दौरान अव्यवस्था न हो और लोगों को बैठने की ,पानी की, स्वच्छता की बेहतर व्यवस्था हो। बैठक के बाद उपायुक्त पंकज रॉय द्वारा विभिन्न अधिकारियों के साथ मंदिर परिसर के प्रवेश व निकासी रास्तों का निरीक्षण कर सम्बन्धित अधिकारियों को निर्देश भी दिए। बैैठक में पुलिस अधीक्षक एसआर राणा ऑनलाईन जुडे़ रहे और उन्होंने अनेक महत्वपूर्ण सुझाव दिए। बैठक में नगर परिषद के अध्यक्षा मुकेश शर्मा, अतिरिक्त उपायुक्त तोरूल रविश, एसडीएम स्वारघाट राज कुमार, डीएसपी पूर्ण चंद, और पंजाब से आए एडीसी रोपड़ डॉ0 निधि, एसडीएम आनंदपुर साहिब मनीशा राणा, एसएचओ आनंदपुर साहिब सिमरनजीत सिंह, सीएमओ बिलासपुर डॉ0 प्रवीण चौधरी, मंदिर अधिकारी विपिन शर्मा, मंदिर न्यास के एसडीओ प्रेम चंद शर्मा, जिला आर्युवेदिक अधिकारी डॉ0 सुनीता धीमान, डीएफएससी बिजेन्द्र सिंह पठानिया, कार्यकारी अधिकारी प्रतीमा रॉय, जिला भाषा अधिकारी रेवती सैनी, अनेक मंदिर न्यासी सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।
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